जयपुर। प्रदेश के भरतपुर जिले के चिकसाना थाना इलाके के गांव हथैनी के रहने वाले आर्मी जवान राकेश सिंह शहीद हो गए। जवान की श्रीनगर में आतंकियों की पेट्रोलिंग करते समय सांस लेने में तकलीफ होने के कारण मौत हुई। राकेश सिंह 9 RR बटालियन में तैनात थे।

पेट्रोलिंग करते समय सांस रुकने से हुई मौत
बटालियन के सूबेदार ने बताया की श्रीनगर के पुलवामा में राकेश सिंह आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में थे। राकेश सिंह ऊंची पहाड़ियों पर पेट्रोलिंग कर रहे थे, लेकिन कभी-कभी ज्यादा ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। पेट्रोलिंग करते समय राकेश को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उनकी मौत हो गई। राकेश सिंह को शहीद का दर्जा दिया गया है। शुक्रवार सुबह उनका पार्थिव शव पैतृक गांव हथैनी पहुंचेगाष जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।

जवान की शहादत पर वसुन्धरा राजे की जताई संवेदना
प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीद परिवार को सांत्वना दिया। राजे ने ट्विटर पर लिखा, मां भारती की रक्षा की खातिर श्रीनगर में आतंकियों लोहा लेकर वीरगति को प्राप्त हुए भरतपुर के वीर पुत्र श्री राकेश फौजदार जी की शहादत को मेरा सलाम। आपके साहस, शौर्य व समर्पण पर राजस्थान की माटी गौरवान्वित है। इसके साथ ही उन्होंने ईश्वर से शहीद जवानों की आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिजनों को यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।

 

1999 में हुए थे सेना में भर्ती
राकेश सिंह 37 साल के थे। उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम सत्यम उम्र 16 साल और छोटे बेटे का नाम बोधेश उम्र 14 साल है। राकेश सिंह सन् 1999 में सेना में भर्ती हुए थे। राकेश की पत्नी का नाम सूरज मुखी है। उनका एक बड़ा भाई है और तीन बड़ी बहन हैं।

सैनिक सम्मान के साथ दी गई मुखग्नि
राकेश कुमार को शुक्रवार को उनके पैतृक गांव हथेनि में सैनिक संम्मान के साथ मुखाग्नि दी गई। शहीद राकेश सिंह अंतिम यात्रा में चिकित्सा राज्य मंत्रि सुभाष गर्ग भी शामिल हुए। राकेश सिंह को कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और एसपी देवेंद्र विश्नोई ने पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रदांजलि दी। राकेश कुमार के दोनों बेटों ने उन्हें मुखाग्नि दी। राकेश कुमार की अंतिम यात्रा में हथेनि गांव के साथ आसपास के गांव के ग्रामीण भी शामिल हुए।