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भामाशाहों को सम्मानित करते हुए देवनानी। साथ में विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल।
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भामाशाहों को सम्मानित करते हुए देवनानी। साथ में विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल।

जयपुर के बिड़ला सभागार में आज 24वें राज्य स्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस आयोजन में प्रदेश के 117 भामाशाहों सहित 50 प्रेरकों का सम्मान किया गया है। समारोह की अध्यक्षता करते हुए शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि निस्वार्थ भाव से शिक्षा में दान देने वाला इन्शान नही देवता कहलाता है। समाज ऎसे सभी भामाशाहों के प्रति कृतज्ञ है। भामाशाह सम्मान समारोह में विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल भी मौजूद थे। यहां दोनों ने मिलकर भामाशाह प्रशस्ति पुस्तिका का लोकार्पण भी किया।

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की पहल पर रिकॉर्ड 7 हजार 500 विद्यालय क्रमोन्नत हुए हैं। प्रत्येक विद्यालय में भारत दर्शन गलियारा बनाया जा रहा है। शिक्षा में सहयोग के अंतर्गत ज्ञान संकल्प पोर्टल में 31 करोड़ का सहयोग राज्य को मिला है। – शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी

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समारोह को संबोधित करते कैलाश मेघवाल।

इस मौके पर राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने कहा कि शिक्षा को सर्वव्यापी किये जाने, उसकी स्वतन्त्र चेतना के लिए भामाशाह बड़ा सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने शिक्षा को राज्याश्रित की बजाय समाज आश्रित किए जाने, शिक्षा को स्वतन्त्र चेतना के रूप में विकसित किये जाने तथा शिक्षित बेरोजगारी की मानसिकता पर गहरे से चिंतन किये जाने पर जोर देते हुए कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में वैचारिक प्रवाह जरूरी है।

गुणवत्ता, संस्कार हमारी शिक्षा का प्रमुख आधार: देवनानी

शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि गुणवत्ता, संस्कार हमारी शिक्षा का प्रमुख आधार हैं। कभी देश में 26 वें स्थान पर रहने वाला राजस्थान शैक्षिक विकासों से आज देशभर में दूसरे स्थान पर आ गया है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान निरन्तर शिक्षा में विकास कर रहा है। उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में हुए कार्यों की चर्चा करते कहा कि 9वीं की 11 लाख बालिकाओं को राज्य सरकार ने साइकिलें वितरित की हैं। कभी 44 हजार बालिकाओं को ही गार्गी पुरस्कार मिलता था, आज 1.5 लाख बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार मिलने लगा है। शिक्षा में सुधारों से ही यह सब संभव हो सका है। राज्य के विद्यालय निरन्तर उत्कृष्ट हो रहे हैं। आज प्रदेश में 25 हजार से अधिक विद्यालय फाइव स्टार श्रेणी के हैं।

इस अवसर पर शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव नरेश पाल गंवार, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा श्याम सिंह राजपुरोहित, निदेशक माद्यमिक नथमल डिडेल, सर्व शिक्षा अभियान आयुक्त डॉ.जोगाराम, माध्यमिक शिक्षा अभियान राज्य निदेशक शिवांगी स्वर्णकार, विशिष्ट सचिव अशफाक हुसेन सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित थे।

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