जयपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट ने अशोक गहलोत सरकार की परेशानी बढ़ा दी है। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर राहुल गांधी ने पहले संपूर्ण लॉकडाउन किए गए ट्वीट और उसके बाद संपूर्ण लॉकडाउन से पल्ला झाड़ने के राहुल गांधी के ट्वीट के बाद ऐन वक्त पर गहलोत सरकार को भी अपने लिए गए फैसले से यू टर्न होना पड़ा। कांग्रेस सरकार के यू टर्न के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स जमकर अशोक गहलोत की आलोचना करने लगे। राहुल लॉकडाउन को लेकर राहुल गांधी के दो अलग-अलग ट्वीट को लेकर कांग्रेस के सियासी गलियारों में भी चर्चाएं खूब हैं।

संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की कही थी बात
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने 3 दिन पहले कोरोना की चैन तोड़ने के लिए संपूर्ण देश में संपूर्ण लॉकडाउन की वकालत करते हुए ट्वीट किया था। जिसके बाद हरकत में आई गहलोत सरकार ने भी संपूर्ण लॉकडाउन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थी। इसे लेकर मंत्रियों की कमेटी भी बना दी थी जिसमें मंत्री समूह ने संपूर्ण लॉकडाउन की जरूरत बताते हुए सरकार को अपनी रिपोर्ट भी भेज दी थी, लेकिन अचानक गुरूवार शाम सीत बजे राहुल गांधी के फिर से किए गए एक ट्वीट ने एकाएक सरकार की परेशानी बढ़ा दी।

ऐन वक्त झाड़ दिया पल्ला
राहुल गांधी ने संपूर्ण लॉकडाउन से पल्ला झाड़ते हुए ट्वीट करते हुए खुद को इसके खिलाफ बताया। जिसके बाद अचानक सरकार ने संपूर्ण लॉकडाउन की लेकर की गई तैयारियों में अचानक बदलाव करते हुए इसे लॉकडाउन का रूप दे दिया और 10 मई से 25 मई तक प्रदेश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी। हालांकि इस लॉकडाउन में केवल शादी-विवाह और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ही सख्ती बढ़ती गई है बाकी तमाम नियम रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े के तहत जारी की गई गाइडलाइन के तहत ही हैं।

मुख्यमंत्री ने भी किया था राहुल का समर्थन
वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी के संपूर्ण लॉकडाउन के सुझाव पर गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी समर्थन करते हुए कहा था कि संपूर्ण लॉकडाउन ही आप कोरोना की चैन तोड़ने का अंतिम विकल्प है लेकिन कल शाम राहुल गांधी के ट्वीट के बाद सरकार को वापस संपूर्ण लॉकडाउन के फैसले से यू टर्न होना पड़ा।