जयपुर में एक लुटेरी दुल्हन शादी के 10 दिन बाद ही भाग गई। रात के अंधेरे में वह अलमारी के लॉकर में रखे लाखों रुपये के गहने और नकदी समेट कर फरार हो गई। एक एजेंट के माध्यम से 1.50 लाख रुपये में सौदा तय होने के बाद शादी हुई। पीड़ित दूल्हे ने खोह नागोरियान थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। मामले की जांच हेड कांस्टेबल सुरेश चंद कर रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि खोह नागोरियान निवासी 41 वर्षीय दूल्हे ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। उनकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। परिचित जोनी और उसकी पत्नी संध्या ने उसकी शादी कराने की बात कही। एजेंट जोनी ने उसे शादी के लिए मेघा (28) नाम की लड़की दिखाई। पसंद आने पर एजेंट जोनी और उसकी पत्नी ने करीब 70 हजार रुपये और मेघा की मां अनीता ने 70 हजार रुपये में शादी का सौदा तय किया।

पैसे देने के बाद 27 मार्च को दोनों ने आर्य समाज में शादी कर ली। पीड़ित का कहना है कि वह दुल्हन को लेकर अपने घर आया था। करीब 10-12 दिन तक वह उसकी पत्नी बन गयी और ससुराल में सुख से रहने लगी। रात के अंधेरे में मौका पाकर वह अलमारी में रखे सोने-चांदी के आभूषण और 1.20 लाख रुपये लेकर भाग गई। जब दुल्हन घर पर नहीं मिली और अलमारी में रखे गहने और नकदी गायब थी, तब पता चला कि वह घर छोड़ चुकी है। तलाश करते हुए दुल्हन पक्ष के लोगों तक पहुंचे और विरोध करने पर वह मारपीट पर उतारू हो गये। परेशान होकर पीड़ित दूल्हे ने खोह नागोरियान थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।