जयपुर: कल माने 23फरवरी को प्रधानमंत्री की टोंक में रैली प्रस्तावित है। लेकिन, इस रैली की सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक पुलिस मुख्यालय की ओर से हो गई है। दरअसल, पीएम की सुरक्षा में जिन अफसरों को लगाया जाना था उसमें एक ऐसे आरपीएस की ड्यूटी लगा दी गई है जो जिंदा ही नहीं है, माने वो मर चुका है। बावजूद उसके सुरक्षा व्यवस्था में लगने वाले अफसरों में उसका नाम शामिल किया गया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब सुरक्षा व्यवस्था में लगे अफसरों के पास लिस्ट पहुंची।
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी सूची में आरपीएस अफसर अभय शर्मा का नाम भी शामिल है। जिनकी एक माह पूर्व जनवरी में ही बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। सुरक्षा व्यवस्था में लगे आरपीएस अफसरों की सूची में उनका नाम 14 वें नंबर पर है। पीएम मोदी की सुरक्षा में इस बड़ी चूक के बाद अब मुख्यालय के अफसर ने आज सूची में सुधार कर नाम हटाने की बात कही है। इतना ही नहीं आदेश में अजमेर रेंज के आईजी और टोंक एसपी के पास अफसरों को 21 फरवरी सुबह रिपोर्टिंग करने को कहा गया था। मगर इन अफसरों ने भी पुलिस मुख्यालय को इस बारे में अवगत नहीं कराया कि लिस्ट में मृत अफसर का नाम भी लिखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में आठ आईपीएस सहित 40 आरपीएस की ड्यूटी लगाई गई है। इस बाबत डीआईजी (कानून व्यवस्था) यूएल छानवाल की ओर से 19 फरवरी को आदेश जारी किया था। डीआईजी छानवाल का कहना है कि हमारे पास तो मुख्यालय की हैडक्वार्टर विंग से लिस्ट आती है। उसी आधार पर हम ड्यूटी लगाते हैं। हो सकता है लिस्ट में अपडेट नहीं हुआ हो। गौरतलब है कि चित्तौडगढ़ में एससी एसटी सैल में लगे आरपीएस अभय शर्मा दिसंबर माह में फोर्टिस अस्पताल उदयपुर में भर्ती हुए थे। उनके लीवर व किडनी में परेशानी थी। साथ ही डायबीटिज थी। जिसके चलते जनवरी माह में उनकी मौत हो गई थी।