जयपुर। बेटे की शादी और लग्न के लिए छुट्टी नहीं मिलने के सदमें आए एक थाना प्रभारी की जान चली गई है। घटना भरतपुर जिले की है और युवक के पिता भरतपुर में उच्चैन थाने के एसएचओ के पद पर थे। मामला उच्चैन थाने में पदस्थ रहे होशियार सिंह का है। बेटे की शादी से 10 दिन पहले गुरुवार सुबह होशियार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बेटे की शादी और लग्न की खुशियां चंद पिता की मौत के चलते कुछ ही लम्हों में मातम में बदल गई। परिवार के लोगों को इसकी जानकारी मिली तो कोहराम मच गया। बताया जा रहा है कि घर पर अचानक तबियत बिगड़ने के कारण उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया और कुछ देर बाद ही देर रात उनकी मौत हो गई।

16 को बेटे की सगाई थी, पर छुट्‌टी नहीं मिली
होशियार सिंह के बेटे की 16 नवंबर को सगाई और टीके की रस्में होनी थीं, लेकिन अफसरों ने छुट्टियां मंजूर नहीं कीं। शादी की तारीख 20 नवंबर बताई गई है। होशियार टोंक जिले के रहने वाले थे। पारिवारिक कार्यक्रम के लिए छुट्टी नहीं मिलने के कारण बीते कई दिनों से डिप्रेशन में थे।

थाने में फूट-फूटकर रोए, फिर बिगड़ी तबीयत
बताया जा रहा है कि बुधवार रात थाना प्रभारी थाने पर अपने कमरे में फूट-फूट कर रोए थे। उसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। पहले उच्चैन अस्पताल ले जाया गया। वहां जांच में उनका बीपी काफी बढ़ा हुआ था। इसके बाद उनको भरतपुर रैफर कर दिया। भरतपुर अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हालांकि, मृतक के बेटे ने कहा कि छुट्‌टी की समस्या को लेकर कोई बात परिवार में नहीं बताई थी। रात में बात हुई थी तो आवाज से लग रहा था कि उनकी तबीयत खराब है।

कुछ दिन पहले सिपाही ने दी थी जान
गौरतलब है कि जयपुर की पुलिस लाइन में भी कुछ दिन पहले सिपाही ने फंदा लगाकार जान दे दी थी। 2015 बैच के भर्ती सिपाही की अगले महीने सात दिसम्बर को शादी थी। बताया जा रहा है कि शादी और अन्य कामों के लिए तय छुट्टियां नहीं मिलने के कारण वह तनाव में चल रहा था। तनाव ज्यादा झेल नहीं सका और सीढ़ियों की रेलिंग पर फंदा लगाकर उसने जान दे दी। इस घटना के बाद शाम को ही पुलिस अफसरों ने छुट्टियों पर लगे बैन को भी हटा दिया था।