देश के पूर्व प्रधानमंत्री व राजस्थान से राज्यसभा सांसद मनमोहन सिंह को प्राप्त (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) एसपीजी सुरक्षा को हटा लिया गया है। हालांकि उन्हें जेड प्लस सुरक्षा मिलती रहेगी। गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के नियमित मूल्यांकन के बाद ये फैसला पूरी तरह से प्रोफेशनल आधार पर लिया गया है। मंत्रालय के मुताबिक निर्धारित समय के बाद सुरक्षा व्यवस्था का रिव्यू किया जाता है। यह सामान्य प्रक्रिया है और इसके तहत ही सुरक्षा घटाने या बढ़ाने का निर्णय किया जाता है।

एसपीजी सुरक्षा अब पीएम मोदी व गांधी परिवार को

देश में अब एसपीजी सुरक्षा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के पास ही है। सामान्यतः खतरे की आशंका या सुरक्षा स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री के परिवार को भी एसपीजी सुरक्षा दी जा सकती है। गौरतलब है कि अक्टूबर 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद एसपीजी का गठन किया गया था।

जानें क्या है ‘एसपीजी सुरक्षा’

स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) की जिम्मेदारी देश के प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री व उनके परिवार तथा पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा करने की होती है। आईबी के विशेष अंग में रूप में गठित एसपीजी के जवान बेहद आधुूनिक हथियारों से लैस व पेशेवर होते हैं। पीएम के आने-जाने के दौरान उनकी सुरक्षा की व्यवस्था भी एसपीजी ही करती है। एसपीजी के जवानों को विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि वे किसी भी खतरे का आसानी से सामना कर सके।