जयपुर। लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आ जाएंगे। चुनाव परिणामों को लेकर राजनीतिक दलों में सियासी सरगर्मीयां तेज हो गई है। राजस्थान में भी दोनों बड़े दल कांग्रेस और बीजेपी मिशन 2019 को लेकर दावे कर रहे हैं। प्रदेश में हॉट सीटों में जोधपुर लोकसभा सीट अहम है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला जोधपुर खास मायने रखता है।

उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने जाेधपुर लाेकसभा सीट से कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत का दावा किया है। सचिन पायलट ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2018 में भी जोधपुर में कांग्रेस ने 8 में से 6 सीट जीती हैं। अब यहां कांंग्रेस की एतिहासिक जीत होगी। सचिन पायलट ने कहा कि किसी को भी अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। मिशन 25 को पार्टी पूरा करेगी और जोधपुर की ऐतिहासिक जीत होगी। पहले चरण में राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए थे। जोधपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे उम्मीदवार हैं। भाजपा की ओर से यहां से पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले गजेंद्र सिंह शेखावत मैदान में हैं। विस चुनाव में जीत से उत्साहित कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं। इस बार बीजेपी भी लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करना चाहती है। जोधपुर कई दशकों से राज्य की सियासत का केंद्र बना हुआ है।

गहलोत का विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा भी जोधपुर में आता है। आजादी के बाद से जोधपुर संसदीय सीट पर 16 आम चुनावों और 1 उपचुनाव में 8 बार कांग्रेस काबिज रही। 4 बार बीजेपी ने जीत दर्ज की। 4 बार निर्दलीय उम्मीदवार, 1 बार भारतीय लोकदल ने जीत हासिल की। cm गहलोत इस सीट से 5 बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। जोधपुर लोकसभा क्षेत्र जोधपुर और जैसलमेर के कुछ हिस्सों को मिलाकर बना है। साल 2008 के परिसीमन के बाद यहां का जाट बहुल क्षेत्र पाली में चले जाने से यह सीट राजपूत बाहुल्य हो गई । इस सीट पर विश्नोई समाज का भी खासा प्रभाव है। जबकि कुछ इलाकों में मुस्लिम वोट निर्णायक है।

2013 के विधानसभा चुनाव और गत लोकसभा चुनाव में बीजेपी के हाथों गंवा बैठी गढ़ पर कांग्रेस ने 2018 के विस चुनाव में जबरदस्त वापसी की। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में जोधपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 सीटें-पोकरण, फलोदी, लोहावट, शेरगढ़, सरदारपुरा, जोधपुर शहर और सूरसागर विधानसभा में 6 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। जबकि बीजेपी को महज 2 सीट फलोदी और सूरसागर से संतोष करना पड़ा।