#ExitPollsलोकसभा चुनाव 2019 के सभी 7 चरणों के चुनाव 19 मई को सम्पन्न हो गए हैं। 11 अप्रैल से 19 मई तक चले लोकतंत्र के महापर्व में वोटरों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। अब देश की निगाहें 23 मई को आने वाले चुनाव परिणामों पर टिकी हुई है। लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल ने यूपीए के लिए चिंता बढ़ा दी है तो एनडीए के लिए खुशी की खबर लेकर आई है। रविवार को आए एग्जिट पोल की माने तो वर्ष 2014 की भांति इस बार 2019 में भी एनडीए 300 से ज्यादा सीटें लाकर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है।

राजस्थान की 25 सीटों पर देखा जाए तो औसतन रूप से कांग्रेस को तकरीबन 5 सीटें ही मिलने का अनुमान है वहीं भाजपा को 20 से ज्यादा सीटें मिलने का पूर्वानुमान है। विधानसभा चुनाव परिणामों में कांग्रेस को 13 लोकसभा क्षेत्रों में बढ़त मिली थी। अब एग्जिट पोल की माने तो कांग्रेस सरकार के 5 माह के कामकाज से जनता संतुष्ट नजर नहीं आ रही है, इसी का नतीजा है कि भाजपा पिछली बार की तरह इस बार भी ज्यादा सीटें ला रही है। हालांकि पिछली बार 1 भी सीट नहीं जीत सकी कांग्रेस को जरूर अधिकतम 5 सीटें तक मिल सकती है।

चुनाव परिणामों का असर स्थानीय निकाय चुनावों में भी दिखेगा

23 मई को आने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजों का असर राज्य में होने वाले आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में भी देखने को मिलेगा। लोकसभा में भाजपा की ज्यादा सीटें आने पर निश्चित तौर पर नेता व कार्यकर्ता उत्साहित होकर स्थानीय निकायों में भाजपा को जिताने के लिए कठिन मेहनत करते हुए दिख सकते है। गौरतलब है कि इस बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जोर-शोर से चुनावी प्रचार कर पीएम मोदी के खिलाफ तीखे हमले किए थे। वहीं भाजपा की तरफ से पीएम मोदी, अमित शाह, आदित्यनाथ योगी और वसुंधरा राजे समेत तमाम नेताओं ने पिछले 5 साल के विकास के आधार पर जनता से फिर एक बार मोदी सरकार बनाने की अपील की थी।