आज भारतीय पर्यटन दिवस है। विवधता में एकता वाले हमारे भारत देश के इतिहास का आज एक गौरवशाली दिन है। अनेकों विविधताएं लिए हमारा देश अपने खूबसूरत पर्यटन स्थलों के कारण समूचे विश्व में अपना विशेष स्थान लिए सभी के दिलों पर छाया हुआ है| विश्व भर के लोग भारत के दर्शनीय स्थलों को देखने हर वर्ष यहां आते हैं। पर्यटन के चलते भारत की आर्थिक व्यवस्था पर भी बहुत सकारात्मक प्रभाव हुआ है। अगर कहा जाए कि लाखों लोगों की रोजगार केवल पर्यटन पर ही टिकी है तो कुछ गलत न होगा। आंकड़ों के अनुसार, भारत के पर्यटन उद्योग से लगभग 7.7 प्रतिशत लोग अपनी आजीविका चला रहे हैं| स्थानीय व देश के संस्कृति और सभ्यता को दर्शाते रमणीय स्थल सिर्फ विदेशी मेहमानों को ही नहीं, वरन समस्त भारतवासियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र रहे हैं और हमेशा रहेंगे।
प्रतिवर्ष करीब 7.5 मिलियन विदेशी भारत दर्शन को आते हैं| यह भारत के गौरवशाली इतिहास की ही देन है कि यहां के आकर्षण की ज्योत कभी कम नहीं होती। भारतीय पटल पर कई ऐसे-ऐसे रमणीय स्थल मौजूद हैं जिनसे नजर हटती नहीं जिनमें ताजमहल, लाल किला, इंडिया गेट, मैसूर पैलेस और गोलकोंडा फोर्ट जैसे कई स्थल शामिल हैं। जब बात हो राजस्थान की तो जयपुर का हवा महल, जंतर मंतर, आमेर का किला, पुष्कर, ब्रह्माजी का एकमात्र मंदिर, उदयपुर का सिटी पैलेस, जैसलमेर का सोनार किला और जोधपुर का मेहरानगढ़ किला सहित कई दर्शनीय स्थल मौजूद हैं जिन्हें देखने प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में देशी-विदेशी आते हैं। पर्यटन के क्षेत्र में लगातार हो रही प्रगति के कारण यह संख्या दिनोदिन बढ़ रही है जिससे प्रदेश सहित देश की आर्थिक व्यवस्था में न केवल सुधार हो रहा है बल्कि रोज़गार के क्षेत्र में विकास हुआ है।
राजस्थान में पधारो म्हारा पांवणा थीम पर भारतीय पर्यटन दिवस को धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन ऐतिहासिक स्थलों पर पर्यटकों का खास स्वागत सतकार किया जाने की परम्परा चलती आ रही है। इससे प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति को विश्व के मानचित्र पर स्थान मिला है। यहां की विरासत, लोक-कला, बेजोड़ शिल्पकारी व नक्काशी, स्थापत्य कला, पुरावैभव और मेले हमेशा से ही विश्व में जाने और पहचाने जाते हैं। कुछ पर्यटक स्थलों पर आज के प्रवेश भी नि:शुल्क रखा जाता है। राजस्थानी भोजन अपने आप में एक खास पसंद किया जाने वाला व्यंजन है जिसका जायका हर साल लाखों सैलानी बड़े चाव से लेते हैं।
Read more: प्रियंका गांधी के भरोसे पूरा भारत जीतना चाह रहे हैं कांग्रेसी!