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महाराणा प्रताप के महान न होने पर कांग्रेस सरकार में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने आपत्ति जताई है। उनके अनुसार, माध्यमिक तक की किसी पुस्तक में महाराणा प्रताप को महान नहीं बताया गया है। अब वीर सैनानी प्रताप को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एक-दूसरे के सामने मोर्चा खोल लिया है। लेकिन असली मुद्दा यह नहीं है कि महाराणा प्रताप महान है या नहीं बल्कि मुद्दा तो यह है कि इस बात पर भी कांग्रेसी नेता एक राय एक मत नहीं हैं।

असल में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने माध्यमिक पुस्तकों में न लिखा होने का रोना रोकर महाराणा प्रताप को महान मानने से इंकार कर दिया। लेकिन इसी खेमे के नेता और परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस बात को पूरी तरह झुटला दिया है। खाचरियावास महाराणा प्रताप को महान सैनानी होने का दर्जा दिए हुए हैं। अब कांग्रेसियों की फूट पहले की तरह खुलकर सामने आ रही है।

इस मामले में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा प्रताप को महान स्वीकार नहीं करते। यह देश के बलिदानियों का अपमान है। कांग्रेस के मंत्रियों में भी इस बात को लेकर मतभेद है। ऐसे में मुख्यमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि महाराणा प्रताप महान है या नहीं। इधर डोटासरा ने सफाई दी है कि कौनसी कक्षा के कौन से चेप्टर में किस पेज नंबर पर उन्हें लिखा है।

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