सीकर। राजस्थान के पूर्व सीएम और पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत की आज 13वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर शेखावत के पैतृक गांव सीकर जिले के खाचरियावास में सुबह 11 बजे स्मृति सभा का आयोजन शुरू हुआ। इसमें केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी शामिल हुए। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ भी शिरकत की। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल और कैलाश चौधरी सहित प्रदेश के सभी बीजेपी सांसदों का जमघट रही। इससे पहले समारोह की तैयारियों को लेकर प्रदेश भाजपा के पदाधिकारियों ने खाचरियावास जाकर पार्टी पदाधिकारियों और प्रमुख लोगों के साथ बैठकें कीं और कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया।

राजे ने बाबोसा को ऐसे दी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि
सूबे की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ट्वीटर पर लिखा, भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति, आदर्श पुरुष स्व. भैरोंसिंह शेखावत जी की पुण्यतिथि पर उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि। आदरणीय बाबोसा ने सार्वजनिक जीवन में सादगी, सत्यनिष्ठा, नैतिकता व देश के प्रति समर्पण की जो अद्भुत मिसाल पेश की, वह हम सभी के लिए प्रेरणा है।

गरीबों के सम्मानपूर्वक जीवन के पक्षधर थे
राजे ने आगे लिखा, आजादी के बाद से ही बाबोसा जनसेवा के उद्देश्य से राजनीति में सक्रिय रहे। वे आपातकाल में सरकार का विरोध करते हुए जेल भी गए। लोकतंत्र में विभिन्न उच्च पदों पर रहते हुए भी बाबोसा सदैव जमीन से जुड़े रहे तथा गरीबों के सम्मानपूर्वक जीवन के पक्षधर थे। वे अक्सर कहा करते थे कि गरीबों को लोकतंत्र के पांचवें स्तंभ के रूप में स्थापित कर देश के संसाधनों पर उनका सर्वोपरि अधिकार स्थापित किया जाना चाहिए।

बिरला, राठौड़ और दीया कुमारी ने किया याद
भैरों सिंह शेखावत की पुण्यतिथि पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हें याद किया। बिरला ने अपने ट्विटर पर लिखा कि पूर्व उप राष्ट्रपति और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत जी की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण नमन। राष्ट्र और राज्य की प्रगति में उनका उल्लेखनीय योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राठौड़ ने खुद को सौभाग्यशाली बताते हुए कहा कि बाबूसा मेरे राजनीतिक गुरु रहे हैं और उनके दिखाए रास्ते पर आगे बढ़कर में जनसेवा के पथ पर अग्रसर हूं। राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ राजनेता, पूर्व उपराष्ट्रपति और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि और सादर नमन।

भाजपा का अस्तित्व भैरों सिंह शेखावत बिना अधूरा!
राजस्थान की भाजपा का अस्तित्व स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के बिना देखा नहीं जा सकता है। शेखावत ने राजस्थान में गैर कांग्रेसी सरकार को स्थापित करने के साथ ही राजनीति में कई आदर्श स्थापित किए थे। जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और भैरों सिंह शेखावत की तिकड़ी का हर कोई मुरीद था। शेखावत ने हमेशा युवा नेतृत्व को आगे लाने की कोशिश की। राजस्थान में केंद्र से चाहे वसुंधरा राजे को लाकर मुख्यमंत्री बनाना हो या फिर राजेंद्र राठौड़, राजपाल सिंह शेखावत और घनश्याम तिवारी जैसे राजनेता भी शेखावत की पाठशाला में ही आगे बढ़े।

शेखावत के सियासी सफर पर प्रदर्शनी
रविवार को भाजपा कार्यालय में भैरोसिंह शेखावत के सियासी सफर व संघर्षों पर फोटो प्रदर्शनी का आगाज हुआ। भैरोसिंह शेखावत का व्यक्तित्व व चरित्र ऐसा था कि आने वाली कई शताब्दियों तक राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में उनके कार्यों को लोग याद रखेंगे और वो हमेशा एक प्रेरणा के स्वरूप बने रहेंगे। जनसंघ के जमाने में बीज रूप से इस विचार का पौधा रोपित करने से लेकर भाजपा को राजस्थान में वटवृक्ष के रूप में स्थापित करने तक में उनकी अहम भूमिका रही थी। आज भारतीय जनता पार्टी देशभर में जब विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में खड़ी है।

शेखावत के विभिन्न कार्यकाल
22 जून 1977 – 16 फरवरी 1980: राजस्थान के मुख्यमंत्री।
1980 – 90 विपक्ष के नेता, राजस्थान विधान सभा।
4 मार्च 1990 – 15 दिसम्बर 1992: राजस्थान के मुख्यमंत्री।
4 दिसंबर 1993 – 29 नवंबर 1998: राजस्थान के मुख्यमंत्री।
दिसंबर 1998 – अगस्त 2002: विपक्ष के नेता, राजस्थान विधान सभा।
19 अगस्त 2002 – 21 जुलाई 2007: भारत के उपराष्ट्रपति।