राजस्थान के सबसे लोकप्रिय त्यौहारों में से एक रणकपुर महोत्सव की रंगारंग शुरुआत आज (शुक्रवार) से हो चुकी है। ‘मंदिरों के शहर’ के रूप में जाना जाने वाले रणकपुर शहर में आयोजित दो दिवसीय ‘रणकपुर जवाई बांध महोत्सव’ राजस्थान की विरासत और संस्कृति को दर्शाता है। राजस्थान के पाली जिले में अरावली के पर्वतों के जंगलों की तलहटी में स्थित रणकपुर शहर में जैन मंदिर और सूर्य मंदिर के परिसर में इस महोत्सव के कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। राजस्थान पर्यटन विभाग की तरफ से हर वर्ष 21 एवं 22 दिसम्बर को आयोजित होने वाला रणकपुर महोत्सव की रंगीन आभा देश-विदेश के कोनें-कोने से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
रणकपुर महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रम की शुरुआत आज सुबह 6 बजे से हो चुकी है। कार्यक्रमों की शुरुआत सूर्य मंदिर में योग एवं ध्यान से हुई। उसके बाद जीप सफारी, शाम को दीपोत्सव और आखिर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
अगले दिन की शुरुआत पूर्व की तरह सुबह योग एवं ध्यान से होगी। उसके बाद पैरासेलिंग व ब्लून राइड जैसे ऐडवेंचर गेम्स आयोजित होंगे। उसके बाद उत्सव की शोभा को चार चांद लगाते पगड़ी बांधना एवं रस्साकशी जैसे देसी खेल का आनंद उठाया जा सकेगा। उसके बाद हॉर्स शो और कैमल पोलो जैसे खेलों का आयोजन होगा जो दर्शकों में एक रोमांच भर देंगे।
महोत्सव में कई रोमांचक गतिविधिया, प्रतियोगिताओं और स्वीप-स्टेक्स आदि का आयोजन किया जाता है। इनमें रस्साकसी, मूंछें, पगड़ी बांधना सहित ऐसी गतिविधिया होती है जो हमें वास्तव में आनंद, खुशी और हंसी से भर देती हैं। कालबेलियों द्वारा राजस्थानी परंपरा की आकर्षक रंगीन पोशाक और उनका ऊर्जा भरा नृत्य देखने वालों की भीड़ के मन में एक अलग ही छाप छोड़ देता हैं। वहीं शास्त्रीय नृत्य, मयूर डांस और राधा-कृष्ण के प्रेम और स्नेह को दर्शाता है जिसे देखकर पर्यटक एक अलग ही आध्यत्मिक अनुभव से जुड़ जाते हैं। यहां के प्रतिष्ठित शास्त्रीय नतृकियों, कार्नाटिक संगीतकार और लोक कलाकारों की प्रस्तुतिया, समृद्ध भारतीय संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि, गहराई, प्रदर्शन और पृष्ठशैली को पुन: जीवंत कर देता है और हमेशा चलने वाली इस अनोखी यात्रा का महत्वपूर्ण अंत हो जाता है।
इस तरह पहुंचे रणकपुर
- हवाई यात्रा: हवाई यात्रा से यहां पहुंचा जा सकता है। यहां से उदयपुर का डबोक एयरपोर्ट 68 कि.मी दूर मौजूद है।
- ट्रेन यात्रा: यहां ट्रेन से भी पहुंचा जा सकता है। यहां फालना रेलवे स्टेशन का निकटतम स्टेशन है जिसकी रणकपुर से दूरी महज 27 कि.मी. है।
- सड़क यात्रा: यहां का निकटतम बस स्टैंड सांडेराव बस स्टेशन है जहां से सडक़ मार्ग से रणकपुर पहुंचा जा सकता है। यह बस स्टेशन रणकपुर से 46 कि.मी दूर है।
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