राजस्थान की सरकार उच्च शिक्षा में महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। इसके तहत ही सरकार राज्य के सभी 189 सरकारी कॉलेजों में जल्द ही मुफ्त सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाने जा रही है। इस पहल के साथ ही राजस्थान देश का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा जो कॉलेज छात्राओं को मुफ्त में सैनिटरी नैपकिन मुहैया कराएगा। उच्च शिक्षा विभाग इस सत्र में जुलाई 2019 से 189 सरकारी कॉलेजों में सैनिटरी पैड्स वेंडिंग मशीन लगवा सकता है। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। वर्तमान सरकार का यह प्रयास वसुंधरा राजे सरकार के कुछ कॉलेजों और रेलवे स्टेशनों पर ऐसी मशीनें लगाने के कदम को आगे बढ़ाने का काम करेगा।
प्रदेशभर में करीब 3 लाख छात्राओं को मिलेगा इस सुविधा का लाभ
राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग के भंवर सिंह भाटी ने बताया कि शिक्षा विभाग ने सरकार को मुफ्त सैनिटरी पैड्स योजना के लिए ढ़ाई करोड़ का प्रस्ताव भेजा है। राजस्थान के कॉलेजों में करीब 2 लाख 80 हजार छात्राएं पढ़ती है। इनमें से ज्यादातर गरीब परिवार से आती हैं और उनकी पहुंच सैनिटरी पैड्स तक नहीं है। राज्य सरकार द्वारा यह कदम कई संस्थानों के व्यापक जागरूकता अभियान के बाद उठाया जा रहा है। इस योजना का लाभ जल्द ही प्रदेश की करीब 3 लाख छात्राओं को मिलेगा। सरकार की ओर से प्रस्ताव पास होते ही सरकारी कॉलेजों में सैनिटरी पैड्स वेंडिंग मशीन लगवा दी जाएगी।
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वसुंधरा राजे सरकार ने सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाने की थी शुरूआत
सरकारी कॉलेजों में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन योजना प्रदेश्या की नई सरकार के 60 दिवसीय कार्यक्रम का हिस्सा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेजों में छात्राओं को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। महिलाओं की स्वास्थ्य जागरूकता को ध्यान में रखते हुए राजस्थान की पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार ने प्रदेश में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाने की पहल की थी। एटीएम की तरह काम करने वाली यह मशीन राजे सरकार ने अजमेर जिले में 70 जगहों पर लगाई थी। इसमें कोई भी महिला या छात्रा 10 रुपए डालकर नैपकिन ले सकती है।