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UGC allowed 6 universities of Rajasthan for open and distance education.

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन (यूजीसी) ने वर्ष 2019 की शुरूआत के मौके पर स्टूडेंट्स को कई सौगातें दी हैं। यूजीसी ने देशभर के विश्वविद्यालयों के लिए ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग कोर्सेज को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही सभी राज्यों के उन विश्वविद्यालयों की सूची भी जारी कर दी है जो अगले सत्र में ओपन एंड डिस्टेंस एजुकेशन के तहत कोर्सेज की सुविधा उपलब्ध कराएंगे। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग के लिए कौनसे पाठ्यक्रम स्टूडेंट्स को ऑफर करेगी, ये भी तय कर दिया है। इसके साथ अलग-अलग सत्र के लिए आवेदन और कोर्सेज शुरू करने की तारीख भी निर्धारित कर दी हैं।

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File-Image: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन.

यूजीसी ने डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग कोर्सेज के लिए 81 विवि को किया चिह्नित

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग कोर्सेज के लिए देशभर में से 81 यूनिवर्सिटी को चिह्नित किया है। इनमें राजस्थान के 6 विश्वविद्यालय शामिल हैं। जिसमें ज्योति विद्यापीठ वूमेन यूनिवर्सिटी से 10 प्रोग्राम, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी से 9, जैन विश्व भारती डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी से 7, जगन्नाथ यूनिवर्सिटी से 4 और सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी से 4 कोर्स को अनुमति दी है। यूजीसी ने प्रदेश में सबसे ज्यादा 29 कोर्स वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा से कराने की अनुमति दी गई है।

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यूजीसी की चेतावनी, दिशा-निर्देशों के विरुद्ध कुछ भी किया तो मान्यता रद‌्द होगी

यूजीसी ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2018-19 के लिए देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में कौनसे प्रोग्राम कोर्स उपलब्ध होंगे, यह भी तय कर दिया है। जनवरी 2019 से ही इन विश्वविद्यालयों में तय प्रोग्राम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने यूनिवर्सिटी की स्थिति के अनुसार जो प्रोग्राम सही लगे, उन्हें चलाने की अनुमति दी है। वहीं प्रत्येक विवि के जिस प्रोग्राम को यूजीसी से अनुमति नहीं मिल सकी, उसके लिए हर यूनिवर्सिटी 30 दिन के भीतर अपनी ओर से अपील दायर कर सकती है। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को चेतावनी देते हुए कहा कि आयोग के तय नियम और दिशा-निर्देशों के विरुद्ध अगर कुछ भी किया जाता है तो उस यूनिवर्सिटी की उन प्रोग्राम की अनुमति के साथ रेगुलर कोर्सेज की मान्यता भी रद्द कर दी जाएगी।