Source- News 18 Rajasthan

राजस्थान अपराध का गढ़ बनता जा रहा है, खासकर अलवर जिला प्रदेश में अपराधों की सूची में नंबर 1 पर है। कुछ दिनों पहले अलवर के बहरोड़ थाने से भागे पपला गुर्जर के बाद एक बार फिर अलवर जिला सुर्खियों में है। जिले में पुलिस की स्थिति इस कदर बदतर होती जा रही है कि अपराधियों के बेखौफ होने के बाद अब जनता भी बिना किसी डर के पुलिस को निशाना बना रही है। जिले के मुंडावर थाना इलाके में पुलिस के मॉब लिंचिंग का शिकार होने का मामला सामने आया है। पारिवारिक विवाद का निपटारा करने गए दो पुलिस कांस्टेबल की भीड़ ने जमकर धुनाई कर दी, जिनका अलवर जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पुलिसकर्मी पर शराब के नशे में होने का आरोप

जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात सर्किल गश्त के दौरान भिवाडी पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि जागीवाड़ा गांव में दो महिलाओं को ससुराल में बंधक बनाकर मारपीट की जा रही है। जिसके बाद मुंडावर थाने के सब इंस्पेक्टर रामस्वरूप बैरवा व कांस्टेबल शिवरतन समेत करीब 4-5 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और विवाद को सुलझाने की कोशिश की। इसी दौरान महिला के पीहर पक्ष के लोग भी वहां आ गए जिसके बाद मामला ज्यादा बिगड़ गया। बीच-बचाव करने के दौरान लोगों ने सब इंस्पेक्टर रामस्वरूप बैरवा व कांस्टेबल शिवरतन की जमकर धुनाई कर दी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में धुत थे और जबरन महिलाओं को थाने लेकर जा रहे थे।

दोनों पुलिसकर्मियों का अस्पताल में चल रहा इलाज

दोनो घायल पुलिसकर्मियों को भीड़ से बचाकर प्राथमिक उपचार के बाद अलवर के जिला अस्पताल रेफर किया है, जहां दोनों ही हालत गंभीर है। पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की सूचना के बाद अन्य थानों की पुलिस व क्यूआरटी टीम मौके पर पहुंची और दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, इसी बीच अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।