अलवर जिले के बहरोड़ थाने पर फायरिंग कर कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को छुड़ाने की घटना के बाद पुलिस सक्रिय नजर आ रही है। खाकी पर लगे नाकामी के आरोपों को हटाने के लिए पुलिस अधिकारी जल्द से जल्द पपला को गिरफ्त में लेना चाहते हैं। हालांकि एसओजी ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिसकी आधिकारिक पुष्टि एसओजी जल्द करेगा। आरोप है कि इन्हीं तीनों आरोपियों ने पपला को जेल से भगाने में मदद की थी और पहली रात को भी ये आरोपी उसके साथ थे। एसओजी ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरु कर दी है और जल्द ही इस मामले का खुलासा कर सकती है। गौरतलब है कि इस मामले से जुड़े करीब 5 आरोपियों को पुलिस और एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है।

पपला गुर्जर को भगाने में पुलिस का हाथ- नेता प्रतिपक्ष

राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व गृहमंत्री रहे गुलाबचन्द कटारिया ने पपला गुर्जर मामले को लेकर पुलिस पर ही मिलीभगत का आरोप जड़ दिया है। कटारिया ने कहा कि सुनियोजित तरीके से ही पुलिस ने मोस्ट वांटेड पपला गुर्जर को फरार कराया है। आगे कहा कि एके-47 से थाने पर हमले के दौरान खुद थानेदार वहां मौजूद था। कम से कम एक हाथ गोली तो चलाते। कटारिया ने सीएम गहलोत पर प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उनके पास समय नहीं है तो वे अलग से ही गृहमंत्री बना दे। बीते 6 माह में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ चुकी है लेकिन कोई भी गंभीर नहीं दिख रहा है।