अगर आप न्यू ईयर के मौके पर राजस्थान में सेलिब्रेशन करने की सोच रहे हैं तो आपको अपना प्लान बदलना होगा। मरूप्रदेश और कल्चरल रिच राजस्थान में अब पर्यटकों के लिए न तो होटल्स में कमरे खाली है, न कैब्स फ्री है और न ही जंगल सफारी की बुकिंग्स मिल रही है। प्रदेश की राजधानी जयपुर सहित सभी बड़े शहरों के यही हालात है। राजस्थान पर्यटकों के खास पसंद रहा है। राजस्थान के पड़ोसी राज्यों के पर्यटक तो यहां आने का कोई मौका छोड़ना ही नहीं चाहते हैं। हाल ही क्रिसमस के अवसर पर जयपुर स्थित जंतर-मंतर देखने करीब 10 हजार पर्यटक पहुंचे थे। अन्य हेरिटेज साइट्स पर भी जाम के हालात देखने को मिले थे।
एडवांस बुकिंग के लिए मना करना पड़ रहा मेहमानों को
राजस्थान के प्रसिद्ध ट्यूरिस्ट शहर जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, पुष्कर, माउंट आबू, अलवर और सवाई माधोपुर में न तो आसानी होटल मिल रहे हैं न ही कैब्स मिल रही है। इस वजह से होटल इंडस्ट्री व्यवसायियों को मेहमानों को सीधा मना करना पड़ रहा है। और जो लोग बिना प्लानिंग और बिना एडवांस बुकिंग के न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए राजस्थान में पहुंच रहे हैं उन्हें बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राजस्थान ऐसे समय देशी पर्यटकों में दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, यूपी, एमपी, पंजाब, चंडीगढ़ और मुम्बई के पर्यटकों की वजह से हाउसफुल रहता है।
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इस वजह से पसंदीदा जगह है राजस्थान पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों के लिए: राजस्थान आने वाले पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों को यहां बहुत आॅप्शन मिलते हैं, यही वजह है कि यह पड़ोसी राज्यों के पर्यटकों के लिए पसंदीदा जगह बना हुआ है। थार रेगिस्तान में रेत के धोरों पर जलते अलाव के पास कड़ाके की ठंड का यहां मजा लिया जा सकता है। माउंट आबू में सर्दी के समय तापमान माइनस में होता है इसलिए यह स्थल पर्यटकों के बीच काफी पॉपुलर है। यहां के इतिहास को बयां करने वाले प्रसिद्ध किले, महल, बावड़ियां और खूबसूरत हवेनियां पर्यटकों खींचने के लिए काफी है। इसके अलावा रणथंभौर और सरिस्का में टाईगर से लेकर केवलादेव में पक्षियों के कलरव के बीच नए साल का आंनद लिया जा सकता है। यही वजह है कि न्यू ईयर के मौके पर यहां पर्यटकों की बहुत भीड़ रहने वाली है।