प्रदेश में 15वीं विधानसभा के लिए हुए हालिया चुनाव में एक महापौर और दो पालिका अध्यक्षों ने भी जीत दर्ज की। इस कारण से ये तीनों सीटें खाली हो गई है। जयपुर के महापौर और हनुमानगढ़ की नोहर व पाली की सुमेरपुर नगरपालिका के अध्यक्ष ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है। इसके बाद अब राज्य निर्वाचन आयोग ने इन तीनों सीटों पर उपचुनाव के लिए घोषणा कर दी है। तीनों ही जगहों पर 22 जनवरी को उपचुनाव होंगे। जानकारी के लिए बता दें कि 29 जनवरी को अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा सीट पर भी चुनाव होने हैं। वहां, बसपा प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव नहीं हो सके थे।
स्थानीय निकाय प्रमुखों के ये उपचुनाव अप्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली से होंगे
तीन जगह होने वाले निकाय प्रमुखों के ये उपचुनाव अप्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली से ही होंगे। हाल ही में नई सरकार ने नगरपालिका अधिनियम में संशोधन की घोषणा की है, लेकिन ये निकाय प्रमुखों के चुनाव पुराने तरीके से ही होंगे। इसमें पार्षदों की ओर से महापौर और पालिका अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। चूंकि अभी नगरपालिका अधिनियम में विधिवत रूप से संशोधन किया जाना बाकी है, लिहाजा तीनों का चुनाव अप्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली से कराया जाएगा। जयपुर नगर निगम में अभी भाजपा का बोर्ड है। जयपुर के पूर्व महापौर अशोक लाहोटी अब सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं। जयपुर नगर निगम के 91 वार्डों में फिलहाल भाजपा के 64, कांग्रेस के 14 कांग्रेस और दस अन्य पार्षद हैं।
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नगरपालिका अधिनियम में संशोधन विधानसभा में पारित होना बाकी
राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के साथ ही कांग्रेस सरकार ने नगरपालिका अधिनियम में संशोधन की घोषणा की थी। हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने कैबिनेट की अपनी पहली बैठक में महापौर, नगरपरिषद और नगरपालिका अध्यक्ष के चुनाव प्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली से कराए जाने का निर्णय लिया था। इसके लिए नगरपालिका अधिनियम में संशोधन का अनुमोदन किया था, लेकिन विधानसभा में इस संशोधन को पारित कराया जाना अभी बाकी है। इसलिए फिलहाल निकाय उपचुनाव पुरानी प्रणाली से ही होंगे।