राजस्थान में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत वसुंधरा राजे सरकार ने पर्यटकों और प्रदेशवासियों को रोप-वे के रूप में बड़ी सौगात दी है। झीलों की नगरी उदयपुर में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने रोप-वे का शिलान्यास किया। गृहमंत्री कटारिया ने फतहसागर झील के देवाली छोर के समीप नीमच माता मंदिर के नीचे बनने वाले रोप-वे का भूमि पूजन करते हुए कहा कि हम बड़े भाग्यशाली और गौरवशाली है कि हमारा शहर उदयपुर आज पर्यटन के क्षेत्र में एशिया में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने कहा कि उदयपुर विश्व के प्रमुख तीन शहरों में अपना विशिष्ट स्थान बनाए हुए है। प्रदेश मुख्यमंत्री राजे के नेतृत्व में पर्यटन विकास के नये आयाम स्थापित करते हुए विश्वपटल पर पर्यटन के क्षेत्र में सिरमौर बन रहा है।
दो करोड़ की लागत से निर्मित पार्किंग स्थल का किया लोकार्पण
गृहमंत्री कटारिया ने ने यहां विधिवत् तरीके से पूजा अर्चना के साथ नीमच माता रोप-वे का भूमि पूजन व शिलान्यास पट्टिका का अनावरण एवं नवनिर्मित पार्किंग स्थल का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा लम्बे अरसे से प्रतिक्षित इस रोप-वे से पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि रोप-वे शुरू होने जाने से यहां वृद्धजन, छोटे बच्चे, दिव्यांगजन एवं सीढ़ियां चढ़ने में असमर्थजनों को सुविधा मिलेगी। इसके अलावा गृहमंत्री कटारिया ने अपने उदयपुर प्रवास के दौरान प्रतापनगर चौराहे से बलीचा तक सड़क मार्ग विस्तार कार्य का लोकार्पण किया। उन्होंने एकलिंगपुरा से उमरड़ा माइनिंग रोड के सुदृढ़ीकरण एवं नवीनीकरण कार्य का भी लोकार्पण किया।
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600 यात्री प्रतिघंटे की क्षमता का रोप-वे किया जाएगा स्थापित: यूआईटी सचिव
यूआईटी सचिव रवीन्द्र श्रीमाली ने बताया कि यहां शिक्षा विभाग की रिक्त पड़ी भूमि से नीमच माता मंदिर तक जाने के लिए 11 करोड़ रुपए की लागत से 405 मीटर लम्बाई व 150 मीटर ऊंचाई में 600 यात्री प्रतिघंटे की क्षमता का रोप वे स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। श्रीमाली ने बताया कि न्यास द्वारा लगभग सवा दो करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित पार्किंग से क्षेत्र में यातायात का दबाव कम होगा, साथ ही आमजन एवं पर्यटकों को खासी राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि इसके बेसमेंट व भूतल पर 108 चार पहिया वाहन एवं 120 दो पहिया वाहन पार्किंग की क्षमता है।