भरतपुर का बृज उत्सव प्रदेशभर में उत्साह और उमंग के साथ रंग-बिरंगे रंगों के लिए खास तौर पर जाना जाता है। राजस्थान का सिंहद्वार कहलाने वाले शहर का बृज उत्सव वैसे तो होली के त्यौहार जैसा ही दिखता है लेकिन वास्तविक होली के त्यौहार से कुछ दिन पहले बृज उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस दौरान उत्साह व जोश से भरे युवाओं की टोली न केवल रंगों का सागर फैलाती है, साथ ही राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। बृज उत्सव 2018 की शुरूआत 24 फरवरी (रविवार) से होगी। दो दिवसीय यह रंगों भरा उत्सव प्रेम, उमंग और आपसी संबंधों में प्रगाढ़ता का प्रतीक है। रंगों के बीच धमाल मचाने का यह एक सुअवसर है जो केवल दो दिन के लिए है।
भरतपुर का बृज उत्सव भगवान कृष्ण को समर्पित है और उनकी प्रेमिका राधा के साथ उनकी अमर प्रेम कहानी के तौर पर मनाया जाता है। राधा-कृष्ण की इस महान कहानी को ‘रासेली’ नृत्य के माध्यम से इस उत्सव में सजीव दिखाया जाता है जिसमें नाट्य मंडली कृष्ण, राधा, गोपियों और कृष्ण के दोस्तों का अभिनय करते हुए धूम मचाते हैं।
हालांकि उपरी तौर पर यह उत्सव कृष्ण की लीला, रासलीला, नृत्य व लोकगीतों से सरोबार ही नजर आता है। लेकिन जब रंगों से भरा पानी लोगों को भीगाता है तो ऐसा लगता है कि नगरवासियों ने साक्षात बाणगंगा में डूबकी लगातार अपने तन व मन को भिगाकर स्वच्छ कर लिया है।
बृज उत्सव में सभी उम्र के लोग भाग लेते हैं। डींग, कामां और भरतपुर जिले में लोकल के साथ विदेशी पर्यटक भी हर्ष उल्लास के साथ इस उत्सव में शामिल होते हैं। इस मौके पर होली भी मनाई जाती है और रंग-बिरंगे गुलाल के साथ रंगों भरा प्रेम का पानी एक-दूसरे पर छिड़का जाता है। यह दृश्य आमतौर पर होली के दौरान आसानी से देखा जा सकता है। इस दौरान लोक गीतों के साथ जीवंत वातावरण बनाया जाता है। त्यौहार का उत्साह विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करता है।
भरतपुर के दर्शनीय स्थल
राष्ट्रीय उद्यान केवलादेव
गंगा महारानी मंदिर
बांके बिहारी मंदिर
लोहागढ़ किला
डीग का किला
लक्ष्मण मंदिर
कैसे पहुंचे भरतपुर
राजधानी जयपुर से भरतपुर जिले तक पहुंचने के लिए सीधे बस व ट्रेन उपलब्ध है। जयपुर से भरतपुर का सफर केवल 3-4 घंटे का है। प्राइवेट टैक्सी का इस्तेमाल भी आसानी से किया जा सकता है। अगर आप विमान सेवा का इस्तेमाल करते हैं तो जयपुर से आगरा एयरपोर्ट पर उतरना होगा। यहां से भरतपुर का सफर केवल 49 किमी का है।
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