साल 2018 का आगाज हो चुका है। नया साल राजस्थान की मरूभूमि में कई तरह के बदलाव और सुधारों को लेकर आएगा। साल 2018 राजस्थान के लिए काफी खास होने वाला है। राजस्थान सरकार और केन्द्र सरकार के कई प्रोजेक्ट प्रदेश में आने को तैयार हैं जिससे न केवल रोजगार मिलेगा बल्कि राजस्थान की सोई किस्मत फिर से जाग सकती है। कई ऐसे प्रोजेक्ट भी हैं जो रनिंग में हैं और इस साल तक पूरे होंगे। चुनावों के लिहाज से भी नया साल राजस्थान के लिए अहम होने वाला है क्योंकि इसी महीने में उपचुनाव और साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। आइए जानते हैं किन-किन वजहों से राजस्थान के लिए खास रहेगा साल 2018 …
जनवरी में उपचुनाव, नवम्बर में विधानसभा चुनाव
इस साल प्रदेश में जो मुद्दा सबसे ज्यादा छाया रहने वाला है, वह है राजस्थान चुनाव। मांडलगढ़ सहित एक विधानसभा और अलवर व अजमेर सहित 2 लोकसभा सीटों पर राजस्थान में 29 जनवरी को उपचुनाव होने हैं। विधानसभा चुनावों से पहले उपचुनावों को एक सेमीफाइनल मुकाबला माना जा रहा है। इसी साल नवम्बर-दिसम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार और विपक्ष फिर से एक बार चुनावों में सामने होंगे।
बाड़मेर रिफाइनरी का शिलान्यास
पिछले 4 सालों से किसी न किसी वजह से बाड़मेर रिफाइनरी प्रोजेक्ट का काम अटका पड़ा है। लेकिन नया साल इस प्रोजेक्ट के लिए सुखद है। 14 जनवरी को खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रिफाइनरी की आधारशिला रखने राजस्थान आ रहे हैं। शिलान्यास के साथ ही रिफाइनरी का काम शुरू हो जाएगा। इससे न केवल राजस्थान पेट्रोकेमिकल के क्षेत्र में अग्रणी होगा, रोजगार भी मिलेगा।
राज्य में आएंगी 11 नई आवासीय योजनाएं
राजस्थान आवासन मंडल जल्दी ही प्रदेश के 11 स्थानों पर पीपीपी मोड से आवासीय योजनाएं लाएगा। आवासीय योजनाएं जयपुर में प्रताप नगर, मानसरोवर, जगतपुरा, महलां, भिवाड़ी, शाहजहांपुर और जोधपुर के बड़ली में शुरू होंगी। इससे गरीब व मध्यम वर्गीय तबके को खुद का घर मुहैया कराया जाएगा।
38 हजार शिक्षकों की होनी है भर्ती
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने राजस्थान में 35 हजार थर्ड ग्रेड शिक्षकों की भर्ती को स्वीकृति दे दी है। इसके साथ ही 3200 पद संस्कृत शिक्षकों व व्याख्याताओं के पद भी निकाले गए हैं। शिक्षा विभाग में अन्य सहायक पदों पर भी शीघ्र पद निकाले जाने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में हजारों लोगों को रोजगार मिलने से राजस्थान की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
दव्यवती नदी प्रोजेक्ट
जयपुर शहर का ड्रीम प्रोजेक्ट द्रव्यवती नदी का कार्य इस साल अगस्त में खत्म होने वाला है। इससे शहर की खूबसूरती को पंख लग जाएंगे। जोरो-शोरों से द्रव्यवती नदी पर काम चल रहा है। पूरे शहर को घेरते हुए बहती इस नदी के दोनों ओर वॉकिंग—वे भी बनाया जाएगा, जो न केवल शहर की हरियाली बढ़ाएगा, साथ ही लोगों की फिटनेस भी सुधारने में भूमिका अदा करेगा।
प्रदेशभर में खुलेंगे 150 से अधिक नए स्कूल
शिक्षा विभाग ने प्रदेश में 150 से अधिक आबादी वाले गांवों-ढाणियों में स्कूल खोलने के प्रस्तावों की सूची मांगी है। इसके तहत राज्य में 150 से अधिक सरकारी विद्यालय खोले जाने की योजना पर काम शुरू किया जाने की उम्मीद है।
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