आज वर्ल्ड ट्यूरिज्म डे है यानि विश्व पर्यटन दिवस। आज के दिन दुनियाभर में यह खास दिन उम्दा तरीके से मनाया जा रहा है। इस दिन पर्यटकों को असली मायने के साथ अतिथियों की तरह स्वागत किया जाता है। राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है। प्रदेश की खूबसूरती के कायल देसी ही नहीं अपितु विदेशी पर्यटक भी हैं। यहां जैसलमेर-बाड़मेर में रेत के धोरे, उदयपुर का प्राकृतिक सौदर्य और गुलाबी नगर की रंगत को देखने हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। राजस्थान का पर्यटन प्रत्येक दृष्टि से देश में अपना एक अमूल्य स्थान है।
एक सर्वे में पर्यटकों ने राजस्थान दर्शन को अपने पसंदीदा पर्यटन स्थल के तौर पर चुना है। इस सर्वे में खासतौर पर विदेशी पर्यटकों को शामिल किया गया था। देश के सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले शहरों में राजस्थान के जयपुर, उदयपुर, जैसलपुर, कोटा और जोधपुर के नाम सबसे आगे हैं।
Greetings on #WorldTourismDay. Home to heritage and culture centuries old, #Rajasthan’s is a timeless journey. Explore the royal charm and immerse yourself in history. Indulge your taste buds and shop for the world’s most interesting curios.#JaaneKyaDikhJaaye! @my_rajasthan pic.twitter.com/ZPr4s2H5yR
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) September 27, 2018
वर्ल्ड ट्यूरिज्म डे के खास मौके पर प्रदेश की करीब-करीब सभी हैरिटेज इमारतों/डेस्टिनेशंस में प्रवेश निशुल्क किया गया है। साथ ही पर्यटकों का माला पहनाकर ‘अतिथि देवो भव’ की परम्परा को साकार करते हुए उनका स्वागत किया जाता है। यहीं नहीं, पर्यटन विभाग की ओर से राजस्थानी कला-संस्कृति के प्रतीक कालबेलिया नृत्य, कच्ची घोड़ी डांस, शहनाई वादन एवं चरी नृत्य के साथ पपेट शो-मैजिक शो आदि का प्रदर्शन भी खास तौर पर आयोजित किया जाता है। विरासत एक्सपीरिएन्सेज एवं पर्यटन उद्योग के समन्वय से परकोटे में हैरिटेज वॉक का आयोजन भी किया जा रहा है।
राजस्थान पर्यटन की दृष्टि से सम्पन्न राज्यों में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। यहां की प्राकृतिक विविधता, गौरवशाली इतिहास, बहुरंगी संस्कृति, लोक संगीत, तीज त्यौहार, मेले, भव्य महल, अदभुत हवेलियां एवं ऐतिहासिक किले दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। प्रदेशवासी राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में सिरमौर बनाने के लिये राज्य सरकार के प्रयासों में भागीदार बनें। सरकार पर्यटकों को सुरक्षा व अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। – मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे, राजस्थान
राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में राजस्थान सरकार का हमेशा से ही प्रयासरत रही है। इससे प्रदेश की बहुरंगी संस्कृति को विश्व के मानचित्र पर स्थान मिला है। यहां की विरासत, लोक-कला, बेजोड़ शिल्पकारी व नक्काशी, स्थापत्य कला, पुरावैभव और मेले हमेशा से ही विश्व में जाने और पहचाने जाते हैं। राजस्थानी भोजन अपने आप में एक खास पसंद किया जाने वाला व्यंजन है जिसका जायका हर साल लाखों सैलानी बड़े चाव से लेते हैं। राजधानी जयपुर में खुला ‘मसाला चौक’ पर्यटकों का एक पसंदीदा व्यंजन स्पॉट बनता जा रहा है जहां सभी व्यंजन एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं।
बात करें राजस्थान के पर्यटन की तो यहां जयपुर के आमेर महल से लेकर झीलों की नगरी उदयपुर की प्राकृतिक सुंदरता सभी का मन मोह लेती है। राजस्थान का शिमला कहे जाने वाले माउंट आबु को एक हिल स्टेशन के तौर पर पसंद किया जाता है। इसे एक सनसेट पॉइंट भी माना गया है। जैसलमेर और बाड़मेर-बीकानेर में दूर तक फैले ठंडी रेत के मैदान और कैमल राइड के तो कहने ही क्या। अपने आंचल में विश्व के सात अजूबे समेटे कोटा शहर आज अपनी खूबसूरती की वजह से देशभर में विख्यात हो चुका है। जोधपुर व बूंदी अपनी शाही विरासत और अजमेर अपनी आस्था के लिए खासे प्रसिद्ध हैं। जयपुर की विरासत का प्रतीक आमेर महल और नाहरगढ़ स्थित वैक्स म्यूजियम एवं एडवेंचर से भरपूर लॉयन सफारी पर्यटन स्थल के साथ राजस्थान फिल्मकारों के लिए भी एक पसंदीदा स्थान बनता जा रहा है।
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