जयपुर। राजस्थान में अगले साल होने वाले चुनावों को लेकर सत्ता पक्षी कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी अपनी अपनी तैयारियों में जुड़ गई है। इसी कड़ी में बुधवार को प्रदेश के कोटा जिले में BJP की कार्यसमिति की बैठक हुई। BJP की कार्यसमिति की बैठक आयोजन स्थल के गेट पर जमकर हंगामा हुआ। यहां बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ताओं ने अंदर घुसने का प्रयास किया। गेट पर एंट्री संबंधी व्यवस्थाओं के लिए तैनात संगठन के पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं को रोक किया। पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष प्रहलाद पवार भी अंदर जाना चाह रहे थे। उन्हें गेट पर ही रोक लिया तो वे उखड़ गए। इसी बात को लेकर गेट पर मौजूद लोगों और उनके बीच धक्का-मुक्की व गाली गलौच हो गई।
चुनावों के रिजल्ट का एनालिसिस, हार के कारणों पर चर्चा
कार्यसमिति की बैठक में विधानसभा चुनाव 2023 की स्ट्रैटेजी नए सिरे से तय होगी। साथ ही राज्यसभा चुनाव समेत पिछले साढ़े 3 साल में हुए अन्य चुनावों के रिजल्ट का एनालिसिस भी किया जाएगा। हार के कारणों पर चर्चा कर जहां कमजोरी रही है, उसे दूर कर विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी होगी। बूंदी रोड स्थित निजी रिसोर्ट में हो रही वर्किंग कमेटी की बैठक में प्रदेश और केन्द्रीय संगठन के कई पदाधिकारी शामिल हैं।
आगामी प्रोग्राम अभियान होंगे तय
कार्यसमिति की बैठक के बाद राजनीतिक प्रस्ताव पास होगा और संगठन के आगामी प्रोग्राम-अभियान भी तय होंगे। केन्द्र की मोदी सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को राजस्थान की जनता को बताकर पार्टी चुनाव में उतरेगी।
52 हजार बूथों पर एक साथ होंगे सम्मेलन
कांग्रेस और प्रदेश की गहलोत सरकार से निपटने के लिए बीजेपी ने यह भी फैसला लिया है कि प्रदेश में पार्टी के सभी 52 हजार बूथों पर एक साथ बूथ सम्मेलन किए जाएंगे। प्रदेश कार्यसमिति की तर्ज पर बूथों की कार्यसमिति की बैठकें होंगी। ‘बूथ जीता तो चुनाव जीता’ थीम पर पार्टी आगे बढ़ेगी। सांसदों-विधायकों और सीनियर नेताओं को बूथ लेवल पर दौरे करवाए जाएंगे। सीनियर नेताओं के चुनावी साल में ज्यादा से ज्यादा प्रवास कार्यक्रम तय होंगे। जून से लेकर 31 जुलाई तक लगातार बूथ मैनेजमेंट प्रोग्राम होंगे।