जयपुर। बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेन्द्र कृष्णा शास्त्री नागपुर विवाद के बाद इन दिनों सुर्खियों में छाए हुए हैं। विवाद पर बागेश्वर महाराज ने बयान जारी कर कहा कि जिन लोगों ने मुझ पर आरोप लगाते हुए चुनौती दी है मैं उनका चैलेंज स्वीकार करता हूं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी में फिर से 20 और 21 जनवरी को दिव्य दरबार लग रहा है। वो इस इस दरबार में आएं मैं उनका चैलेंज स्वीकार करता हूं। बागेश्वर सरकार ने कहा कि नागपुर में दो दिन का दिव्य दरबार लगाया गया था। वहां वे क्यों नहीं आये या किसी को पत्र लेकर क्यों नहीं भेजे। इसका मतलब है आरोप लगाने वाले छोटी मानसिकता के लोग हैं और भगोड़े हैं।

श्याम रायपुर आए, टिकट का खर्च मैं दूंगा
बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर की समिति की चुनौती को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने समिति के 30 लाख रुपए के ऑफर को भी ठुकरा दिया है। उन्होंने कहा कि वे फ्री में ही उनके सभी सवालों के जवाब देंगे। बस इसके लिए समिति के सदस्यों को रायपुर में 20 और 21 जनवरी को होने वाले दरबार में पहुंचना होगा। उनके आने-जाने का खर्च भी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने देने को कहा है। हालांकि समिति के प्रो. श्याम मानव ने रायपुर आने से इनकार कर दिया है।

हमें हनुमान से मिली ईश्वरीय शक्तियां
बागेश्नर सरकार ने कहा कि रायपुर में दरबार लग रहा है। जिस किसी को शंका है वह आये और अपनी शंकाओं का निराकरण पाये। उन्होंने कहा कि ईश्वरीय शक्तियां होती हैं। आप भी अनुभव करेंगे तभी विश्वास कर पाएंगे। बोलने में विश्वास नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि हमें हनुमानजी ने जो ईश्वरीय शक्तियां दी है हम उसका उपयोग लोगों के हित में कर रहे हैं। हम कभी अपने आप को ईश्वर नहीं बता रहे हैं।

जब तक जिंदा हूं ‘घर वापसी’ करवाता रहूंगा
जादू-टोना को बढ़ावा देने का आरोप लगने के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक और बयान सामने आया है। इस बार शास्त्री ने ‘घर वापसी’ और धर्म परिवर्तन पर बयान दिया है। छत्तीसगढ़ के रायपुर में चल रही कथा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने जीवनभर लोगों की ‘घर वापसी’ कराने के लिए तत्पर धर्म परिवर्तन रोकने की बात कही है।

अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने दी चुनौती
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नागपुर की अंधविश्वास निर्मूलन समिति ने बाबा पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया। समिति के सदस्य, श्याम मानव ने बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र के दरबार को डर का दरबार बताया। बाबा पर धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। श्याम मानव ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई। मीडिया से बात-चीत में श्याम मानव ने कहा कि 5-13 जनवरी तक बाबा की कथा होनी थी। कथा पूरी होने से पहले ही वो नागपुर से भाग गए।

30 लाख रुपए देने का वादा
समिति ने बागेश्वर के पंडित शास्त्री को खुली चुनौती दी। समिति ने कहा कि वो 10 लोगों के बारे में कुछ बता दें। इन सदस्यों का नाम, पिता का नाम और फोन नंबर बताना है। कमरे में रखे 10 चीजों की पहचान करनी थी। 90% सही जवाब देने पर समिति ने बाबा को 30 लाख रुपये देने की भी बात कही।