जयपुर। राजस्थान के भरतपुर कलेक्टर कार्यालय में पहुंची महिला ने जिला कलेक्टर के समक्ष हताश होकर अपने ऊपर किरोसिन डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिले के कुम्हेर के पूठ गांव में रहने वाली 55 साल की महिला कमला ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जिला कलेक्टर आरुषि मलिक के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। कलेक्ट्रेट में महिला की ओर से की गई खुदकुशी की कोशिश से कलेक्टर आरुषि मलिक के भी होश फाख्ता हो गए। जिससे कलेक्ट्रेट में अफरा-तफरी मच गई। उसी समय मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने महिला के हाथ से माचिस और केरोसिन की बोतल छीन ली और कोई हादसा होने से पहले ही महिला को बचा लिया।
कलेक्टर ने महिला को समझाया
बाद में सुरक्षाकर्मी महिला को अपने साथ कलेक्टर के चैंबर में ले गए। जहां कलेक्टर ने समझाइश कर महिला को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। दरअसल, यह महिला सुनवाई नहीं होने से बहुत परेशान थी। लगातार अफसरों के चक्कर लगा कर हार चुकी महिला एक बार फिर अपनी परेशानी लेकर पहुंची और कलेक्टर डॉ आरूषी मलिक के सामने हताश होकर अपने ऊपर केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन मौके पर ही मौजूद सुरक्षा गार्डों ने महिला को बचा लिया। जिला कलेक्टर आरुषि मलिक ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बिजली कनेक्शन नहीं मिलने से परेशान थी
पीड़ित महिला कमला ने बताया कि वह कुम्हेर के पूठ गांव की रहने वाली है। उसके घर पर बोरिंग का कनेक्शन कराने के लिए उसके मकान पर डीपी लगाई गई लेकिन उसके परिवार के लोग कनेक्शन नहीं होने दे रहे हैं। जेठ द्वारा स्टे लगाए जाने का बहाना बनाकर बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है जबकि निर्माण के सारे काम हो रहे हैं फिर स्टे कहां से है। उन्होंने कहा कि वह तमाम अधिकारियों के यहां कई बार गुहार लगा चुकी है। इसके अलावा नेताओं से भी वह अपनी पीड़ा बता चुकी है, लेकिन कनेक्शन नहीं होने दिया जा रहा है। इससे वह काफी परेशान है।