जयपुर। नागरिकता संसोधन बिल बुधवार को राज्यसभा से भी पास हो गया। इस बिल के पक्ष में 125 वोट और विरोध में 99 वोट पड़े। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में दोपहर नागरिकता संशोधन बिल को पेश किया। इस दौरान विपक्षी नेताओं ने जमकर हंगामा किया। गृह मंत्री शाह ने अपना जवाब सदन के समक्ष प्रस्तुत किया। जिसके बाद राज्यसभा में यह ऐतिहासिक बिल पास हो गया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया है।
वसुंधरा ने जताया पीएम मोदी और अमित शाह का आभार
पूर्व सीएम राजे ने सोशल मीडिया के जरिए इस पर मोदी एवं शाह का आभार जताते हुए देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के पारित होने पर अब अन्य देशों से आए उन लाखों शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी, जिन्हें धार्मिक उत्पीडऩ सहित अन्य कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। हम सब मिलकर एक स्वर में कहेंगे, हम सब भारतीय हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बंगलादेश में धार्मिक उत्पीडऩ का सामना करने वाले अल्पसंख्यकों को राहत प्रदान करके मोदी सरकार ने उन्हें सम्मान के साथ जीवन सुनिश्चित किया है।
#LokSabha में नागरिकता संसोधन विधेयक पारित होने पर माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, गृह मंत्री श्री @AmitShah जी सहित सभी गणमान्य सदस्यों का हार्दिक आभार एवं देशवासियों को अनंत शुभकामनाएं।#CitizenshipAmendmentBill2019
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) December 9, 2019
क्या है नागरिकता संशोधन विधेयक
नागरिकता (संशोधन) के जिस विधेयक को राज्यसभा ने मंज़ूरी दी है, वो 1955 के नागरिकता कानून में बदलाव करने के लिए है। 1955 का कानून देश के दुखद बंटवारे और बड़ी तादाद में अलग-अलग धर्मों के मानने वालों के भारत से पाकिस्तान जाने और पाकिस्तान से भारत आने की भयावाह परिस्थिति में बनाया गया था। जबकि उस समय नए बने दोनों देशों के बीच जनसंख्या की पूरी तरह से अदला-बदली नहीं हो सकी थी। उस समय भारत ने तो धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक देश बनने का फैसला किया। लेकिन, पाकिस्तान ने 1956 में खुद को इस्लामिक गणराज्य घोषित कर दिया था।