भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां आज गुरुवार को तीर्थराज पुष्कर में पुष्कर सरोवर और चम्बल नदी में विसर्जित की गई। अटलजी के अस्थि कलश को पूरे धार्मिक रीति रिवाज के साथ प्रवाहित किया गया। पुष्कर सरोवर में विसर्जन के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, एसजेई मंत्री अरुण चतुर्वेदी और मंत्री अनिता भदेल मौजूद रही। कोटा स्थित चम्बल नदी में विसर्जन के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी, कोटा सांसद ओम बिरला, विधायक प्रहलाद गुंजल, भवानी सिंह राजावत और स्थानीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
जयपुर से टोंक, बूंदी होते हुए कोटा पहुंची अटलजी की अस्थि कलश यात्रा
इससे पहले आज सुबह प्रात: 9 बजे बीजेपी प्रदेश कार्यालय से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली अस्थि कलश यात्रा जयपुर से कोटा के लिए रवाना हुयी। यह अस्थि कलश यात्रा राजधानी जयपुर से टोंक, बूंदी होते हुए कोटा पहुंची। यहां स्थानीय प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में लोगों ने अटलजी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद शाम करीब 6 बजे प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी और सांसद ओम बिरला ने धार्मिक रीतिरिवाज के साथ अटलजी के अस्थि कलश का चम्बल नदी में विसर्जन किया। इस दौरान यहां बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद थे।
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बेणेश्वर संगम में 25 को विसर्जित होगा अटलजी का अस्थि कलश
राजस्थान में पुष्कर और चम्बल के बाद तीसरे अस्थि कलश का विसर्जन 25 अगस्त को बेणेश्वर में होगा। वाजपेयी का अस्थि कलश 24 अगस्त को उदयपुर पहुंचेगा। इसके बाद अगले दिन बेणेश्वर धाम में विसर्जन किया जाएगा। बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार सुबह सभी भाजपा प्रदेश अध्यक्षों को अटलजी के अस्थि कलश सौंपे थे। राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सैनी को तीन अस्थि कलश सौंपे गए थे। इन्हें पवित्र नदियों में प्रवाहित करना है। इसमें से आज पुष्कर और चम्बल में विसर्जन हो गया है, अब शनिवार को बेणेश्वर धाम में विसर्जन होगा।