राजस्थान और उत्तरप्रदेश आपस में करेंगे कृषि तकनीक और नवाचारों को साझा
किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से दो बड़े राज्य राजस्थान और उत्तरप्रदेश, अपने-अपने राज्यों की कृषि तकनीक और नवाचारों को आपस में साझा करेंगे। दोनों राज्यों के बीच कृषि विपणन तथा मूल्य संवद्र्धन पर भी साझा रणनीति बनाने और भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक दूसरे की नीतियों को साझा करने पर सहमति बनी है। यह जानकारी संयुक्त बयान जारी कर उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही और राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने दी है।
उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने बताया कि हम राजस्थान में हो रहे जैतून, खजूर, किनवा और डैगन फ्रूट जैसे नवाचारों को अपनाएंगे और इसके लिए राजस्थान के कृषि मंत्री सैनी ने उन्हें तकनीक उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
इस संबंध में उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने बुधवार को कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी से उनके सरकारी निवास पर मुलाकात की। सैनी ने बताया कि हमारे बीच बहुपक्षीय विषयों पर बातचीत हुई है और इस बात पर सहमति बनी है कि हम एक दूसरे की उन्नत कृषि तकनीक और नवाचारों को साझा करेंगे। सैनी ने सूर्यप्रताप शाही को आगामी मई माह में जोधपुर में होने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट में भाग लेने का आमंत्रण भी दिया है।
उत्तरप्रदेश से कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों का एक दल राजस्थान भेजा जाएगा, जो यहां हो रहे नवाचारों का अध्ययन करेगा।
कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने बताया, ‘उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने उनके राज्य में उन्नत तकनीक के प्रयोग से हो रही तुलसी, पिपरमिंट, आम और आलू की खेती के बारे में अवगत कराया है, जिसे हम एक प्रतिनिधि मंडल भेजकर अध्ययन करवाएंगे। दोनों राज्य संयुक्त रूप से किसानों की आय दोगुनी करने के लिए काम करेंगे।’
इससे पहले मंत्री प्रभुलाल सैनी ने सूर्यप्रताप शाही का मालार्पण और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस मुलाकात के दौरान कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामगोपाल शर्मा व प्रो. रविन्द्र पालीवाल सहित उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
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