जयपुर। राजस्थान में बजरी का अवैध खनन का मामला चर्म है। दौसा में अवैध बजरी का खनन एक बार फिर मजदूरों के लिए जानलेवा साबित हुआ है। यहां ढिगारिया गांव में अवैध बजरी की खान में दबने से 2 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। जैसे ही घटना की जानकारी बांदीकुई थाना पुलिस को मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर दोनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। मृतकों में एक व्यक्ति खेत का मालिक है वहीं दूसरा मजदूर है। इस खेत में बिना अनुमति के अवैध रूप से बजरी का खनन किया जा रहा था। फिलहाल बांदीकुई थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।

हरकेश प्रजापत और बाबूलाल मीणा के रूप में हुई पहचान
जानकारी के अनुसार हादसा सुबह करीब आठ बजे के आसपास हुआ बताया जा रहा है। पुलिस-प्रशासन के पास इसकी सूचना करीब साढ़े आठ बजे आई। इस पर पुलिस प्रशासन मौके पर दौड़ा। उसने वहां पर ग्रामीणों और अन्य संसाधनों की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। पुलिस-प्रशासन ने जब तक दोनों को बाहर निकाला तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मृतकों की पहचान हरकेश प्रजापत और बाबूलाल मीणा के रूप में हुई है। दोनों शव अभी मौके पर ही रखे हैं। फिलहाल बांदीकुई थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। हादसे के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं मृतकों के घरों में कोहराम मचा हुआ है।

ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
पुलिस ने समझाइश कर के मृतक बाबूलाल मीणा के शव को बांदीकुई अस्पताल की मोर्चरी में लाकर पोस्टमार्टम करवा दिया है। वहीं मृतक हरकेश प्रजापत के शव को मौके पर ही रख कर ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बांदीकुई क्षेत्र में बजरी का बड़े स्तर पर अवैध रूप से खनन किया जाता है और अवैध खनन कर्ताओं के ही कारण हरकेश प्रजापत की मौत हुई है। फिलहाल पुलिस ग्रामीणों से समझाइश कर रही है।