जयपुर। देशभर में जन-जन की आस्था का केन्द्र खाटूश्यामजी मंदिर राजस्थान में सीकर जिले के खाटूयश्यामजी कस्बे में स्थित है। श्याम बाबा के दर्शन के लिये देशभर से श्रद्धालु उमड़ते हैं। खाटूश्यामजी मंदिर में सोमवार को अलसुबह भीड़ के दबाव के कारण वहां भगदड़ मच गई। इससे श्याम भक्त तीन महिलाओं की मौके पर मौत हो गई और कई घायल हो गये। इनमें एक जयपुर की थीं। भगदड़ की सूचना से वहां अफरातफरी मच गई। पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये। इस घटना में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
भीड़ कंट्रोल करने तैनात नहीं थी पुलिस
बताया जा रहा है कि एकादशी में भारी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस अमला तैनात नहीं किया गया था। इस लापरवाही पर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने खाटू एसएचओ रिया चौधरी को सस्पेंड कर दिया है। शीश के दानी बाबा श्याम के वार्षिक मेले में तो यहां चार दिनों के दौरान लाखों की तादाद में श्रद्धालु उमड़ते हैं। इससे कस्बे में पैर रखने की जगह नहीं बचती है।
एक लाख लोग थे मौजूद
यह हादसा सुबह 5 बजे हुआ, जब एकादशी के मौके पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ गई थी। बताया जा रहा है कि उस वक्त गेट से बाहर करीब एक लाख लोग मौजूद थे। देर रात से ही श्रद्धालु लाइन में लगे थे। जैसे ही सुबह मंदिर के पट खुले, भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई।
दुःखद!
खाटूश्यामजी मंदिर में भगदड़ मचने से तीन महिला श्रद्धालुओं की मृत्यु की घटना बहुत दुःखद है। इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।
ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को शांति तथा घायलों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।#Rajasthan #KhatuShyamJi— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 8, 2022
पीएम मोदी, ओम बिरला, अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इस घटना पर दुख जताया है। राजे ने ट्विटर पर लिखा, खाटूश्यामजी मंदिर में भगदड़ मचने से तीन महिला श्रद्धालुओं की मृत्यु की घटना बहुत दुःखद है। इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। वहीं सीएम गहलोत ने इस घटना में मृतकों के परिजनों को 5.5 लाख रुपये एवं घायलों को 20.20 हजार रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से देने के निर्देश दिए हैं।
हादसे के बाद भय का माहौल
सोमवार को मंदिर में हुये हादसे के बाद एकबारगी वहां भय का माहौल गया। पुलिस प्रशासन ने तत्काल सभी व्यवस्थाओं को संभालकर सुबह 9 बजे बाद वापस श्रद्धालुओं को कतार में लगाकर दर्शन कराने शुरू कर दिये। हादसे के बाद वहां भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया।