दुनिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल ‘थिएटर ओलंपिक फेस्टिवल-2018’ की शुरूआत 18 मार्च से होने जा रही है। इस बार भारत इस फेस्टिवल की मेज़बानी करने जा रहा है। थिएटर ओलंपिक फेस्टिवल-2018 में दुनियाभर के 25 हजार कलाकार शामिल होंगे। 18 मार्च से एक अप्रैल तक चलने वाले इस फेस्टिवल के 8वें सीज़न में 450 थिएटर शो, 600 एंबिएंस परफॉर्मेंस और 250 यूथ शो का आयोजन किया जाएगा। खास बात यह है कि राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर से इस फेस्टिवल का आगाज होगा। जयपुर सहित देश के 17 शहरों में थिएटर ओलंपिक फेस्टिवल के इवेंट आयोजित होंगे।
विश्वस्तर की कलाओं का होगा समावेश
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, नई दिल्ली और संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आयोजित कराए जा रहे इस इवेंट में विश्व स्तरीय थिएटर के साथ-साथ विभिन्न कलाओं का समावेश होगा। थिएटर ओलंपिक फेस्टिवल-2018 के तहत जयपुर के रवीन्द्र मंच पर अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और लोक थिएटर सहित 15 नाटकों का मंचन किया जाने वाला है। इससे शहर के नाट्य प्रेमियों को विश्व के जाने-माने नाट्य निर्देशकों के नाटक देखने और कलाकारों से मिलने का मौका मिलेगा।
क्या है थिएटर ओलंपिक फेस्टिवल का उद्देश्य
एनएसडी के रजिस्ट्रार प्रदीप कुमार मोहंती और लैइक हुसैन ने जानकारी दी कि इस फेस्टिवल का उद्देश्य नाट्य प्रेमियों को विश्वव्यापी थिएटर से अवगत कराना है। साथ ही थिएटर से जुड़े कलाकारों के संघर्ष की कहानी और थिएटर की बारीकियों के बारे में जानकारी देना है। इस फेस्टिवल के तहत रवीन्द्र मंच पर 18 मार्च को नाटक बलि के मंचन के साथ इस फेस्टिवल का आगाज होगा। इस दौरान राजस्थानी की लोक संस्कृति से भी रूबरू होने का मौका मिलेगा जिसमें लोक कलाकार कठपुतली नृत्य, कालबेलिया, घूमर, स्वांग और गवरी की प्रस्तुति देंगे।
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