प्रदेश में 7 दिसम्बर, 2018 को 15वीं विधानसभा के लिए चुनाव सम्पन्न हुए। इस विधानसभा चुनाव का नतीजा 11 दिसम्बर को आया था। चुनाव नतीजों में हर बार की तरह इस बार भी राजस्थान में सत्ता परिवर्तन का क्रम जारी रहा। 14वीं विधानसभा के चुनावों में ऐतिहासिक बहुमत से जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रही। इसके बाद अब राजस्थान की 15वीं विधानसभा का पहला सत्र जनवरी माह की 15 तारीख से शुरू होने जा रहा है। राजस्थान सरकार के विधि विभाग की ओर से इस सम्बन्ध में सोमवार को एक अधिसूचना जारी करते हुए जानकारी दी गई है। बता दें, पंद्रहवीं विधानसभा का पहला सत्र जल्द ही शुरू होने जा रहा है। भाजपा को राजस्थान विधानसभा के लिए अपना नेता प्रतिपक्ष का ऐलान करना बाकी है।
विधानसभा का पहला सत्र संक्षिप्त होगा, 17 जनवरी को राज्यपाल का होगा अभिभाषण
राजस्थान की 15वीं विधानसभा का पहला सत्र संक्षिप्त होगा। 17 जनवरी को राज्यपाल कल्याण सिंह का अभिभाषण होगा। नई विधानसभा के गठन के बाद शुरू होने वाले पहले सत्र में इस बार अनुपूरक अनुदान मांगे रखी जाएंगी। इसके लिए वित्त विभाग ने विभागों से प्रस्ताव मांगे हैं। इससे पहले दिसम्बर 2018 में भारत निर्वाचन आयोग ने 15वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना जारी की थी। 15वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना का प्रकाशन 12 दिसम्बर, 2018 के राजस्थान राज-पत्र के विशेषांक में कर दिया गया। जानकारी के लिए बता दें, 15वीं राजस्थान विधानसभा के लिए पिछले महीने हुए चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीटें जीती। वहीं, भाजपा ने 73 सीटें जीतते हुए कांग्रेस को बड़ी जीत दर्ज करने से रोका।
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15वीं विधानसभा के लिए नेता प्रतिपक्ष हो सकती है वसुंधरा राजे
राजस्थान की 15वीं विधानसभा में सत्ताधारी कांग्रेस के सामने भाजपा विपक्ष का नेता किसे बनाएगी, इसकी घोषणा अभी तक नहीं हुई है। लेकिन माना जा रहा है कि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही पार्टी नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर देगी। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को राजस्थान की 15वीं विधानसभा के लिए नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है। नेता प्रतिपक्ष के लिए दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे का नाम भाजपा में सबसे आगे चल रहा है। पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में पार्टी ने गोपाल भार्गव को नेता प्रतिपक्ष बनाने का ऐलान कर दिया है। इसके बाद अब राजस्थान की बारी है। भाजपा हाईकमान जल्द ही प्रदेश के लिए नाम की घोषणा कर देगा।