जयपुर। राजस्थान में अपराध लगातार बढ़ते ही जा रहे है। अशोक गहलोत सरकार इनपर लगाम लगाने में फेल होती हुई नजर आ रही है। प्रदेश के एक के बाद एक जिले में गैंगरेप, हिंसा और हत्या की घटनाए रोजाना सामने आ रही है। प्रदेश के चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में बदमाशों ने एक सनसनीखेज वारदात में हिस्ट्रीशीटर देवा गुर्जर की हत्या कर दी। बदमाशों ने वारदात को अंजाम उस समय दिया जब देवा गुर्जर सैलून में बैठा था। हत्या को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए। वारदात से इलाके में अफरातफरी मच गई। देवा गुर्जर के शव को कोटा के एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। वहां आज उसका पोस्टमार्टम करवाया जायेगा। वारदात की संवेदनशीलता को देखते हुये अस्पताल की मोर्चरी के आगे भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है।
गुस्साई भीड़ ने रोजवेज बस को फूंका
हत्या के मामले को लेकर गुर्जर समाज के लोगों में आक्रोश है। आक्रोशित लोगों ने कोटा-रावतभाटा मार्ग के बीच बोराबास में जाम लगा दिया और फिर कोटा से रावतभाटा आ रही रोडवेज़ बस को फूंक दिया गया। इस दौरान बस में बैठी सवारियों और चालक-परिचालक से मारपीट भी की गयी है।
घटना के बाद हफरातफरी का माहौल
जानकारी के अनुसार वारदात सोमवार शाम को हुई। उस समय देवा गुर्जर कोटा बेरियल चौराहे पर सैलून की दुकान पर बैठा था। इसी दौरान करीब एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने सैलून की दुकान में घुसकर हमला कर देवा गुर्जर की हत्या कर दी। अचानक हुई इस वारदात से आसपास के व्यापारी सहम गए और वहां अफरातफरी मच गई। कोई कुछ समझता इससे पहले ही हमलावर वारदात को अंजाम देकर अपने वाहनों में बैठकर फरार हो गए।
राजनीतिक दबदबा कायम करना चाहता था
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावरों ने रिवाल्वर से गोलियां भी चलाई। उस पर तीन फायर किए गये थे। इसमें से एक गोली उसकी जांघ के निचले हिस्से में, एक जबड़े पर और एक पेट के निचले हिस्से में लगी। रावतभाटा के बोराबास गांव निवासी देवा गुर्जर की मौत का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि राजनीतिक रसूख के चलते देवा अपना दबदबा कायम करना चाहता था।