राजस्थान सरकार प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में लगातार सेवाओं का विस्तार कर रही है। सरकार लोगों को अधिक से अधिक चिकित्सा संबंधित सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाने का काम कर रही है। इसी के तहत प्रदेश के 50 जिला अस्पतालों में शुक्रवार से टेली रेडियोलॉजी सेवा और विशिष्ट 36 जांच सुविधाओं की विधिवत शुरुआत हुई। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. वीके माथुर ने इस सुविधा का स्वास्थ्य भवन में शुभारंभ किया।
36 जरूरी जांचों के लिए मरीजों को कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा
बता दें, चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग, एनएचएम और क्रस्ना डायग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में पीपीपी मॉडल पर टेली रेडियोलॉजी सेवा की शुरुआत की गई है। अब मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना के तहत प्रयोगशाला की 36 जरूरी जांचों के लिए मरीजों को अपने नजदीकी जिला अस्पताल में किसी भी प्रकार का कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा। इन 36 जांचों के अलावा दूसरी जांचों के लिए अन्य किसी भी जांच केंद्र के मुकाबले कम दरों में जांच सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके साथ ही एक्स-रे की रिपोर्टिंग के लिए भी कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा।
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जिला अस्पतालों और सैटेलाइट अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की कमी दूर होगी
राजस्थान के 50 जिला, उप-जिला और सैटेलाइट अस्पतालों में मरीजों के सैंपल लेकर छह प्रमुख शहर जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर, उदयपुर और कोटा में स्थापित प्रयोगशाला की प्रोसेसिंग लैब में जांच की जाएगी। रेडियोलॉजी की रिपोर्ट कंपनी की पुणे स्थित केन्द्रीय कंट्रोल रूम में रिपोर्ट कंप्यूटर के जरिए भेजी जाएगी। केन्द्रीय कंट्रोल रूम से रेडियोलॉजिस्ट जांच को देख कर अपनी टिप्पणी तत्काल कंप्यूटर के जरिए ही वापस संबंधित अस्पताल में भिजवा देंगे। इससे राजस्थान के जिला और सैटेलाइट अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी को दूर किया जाएगा। वहीं, मरीजों को जांच करवाने में हो रही परेशानी अब नहीं होगी।