जनवरी के महीने में 83 लोगों की मौत, प्रदेश में 2123 और देशभर में 4700 पॉजिटिव मरीज
नए साल की शुरूआत के साथ प्रदेश के करीब-करीब हर घर में बधाई संदेश के साथ आया एक मेहमान जिसका नाम है स्वाइन फ्लू। इस नए मेहमान ने आते ही प्रदेशभर को अपनी गहरी गिरफ्त में ले लिया। इस बीमारी का असर पूरे राजस्थान पर ऐसा छाया कि पिछले एक महीने में 83 मौतें हो गई और 2128 पॉजिटिव केस सामने आए। देशभर के आंकड़ों से तुलना करें तो पिछले एक महीने में कुल 4700 पॉजिटिव केस सामने आए हैं जिनमें से आधे राजस्थान से हैं जो बेहद चिंता का विषय है। गुरूवार को भी स्वाइन फ्लू से 3 मरीजों की मौत हुई जबकि 78 नए मरीज सामने आए।
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बात यहीं थम जाती तो शायद ठीक होता लेकिन यहां से तो बात अब शुरू हुई है। राजस्थान केवल स्वाइन फ्लू में ही नहीं बल्कि डेंगू व मलेरिया के आंकड़ों में भी नंबर एक पर है। एडीज एजिप्टाई मच्छर के काटने से फैलने वाली डेंगू बीमारी के जनवरी महीने में प्रदेशभर में 80 मामले मिले हैं जो देश में सबसे अधिक है। सबसे ज्यादा जयपुर में 64 मामले सामने आए हैं। कोटा में 10, बूंदी व करौली में तीन-तीन केस हैं।
गौर फरमाए अगर मलेरिया पर तो यहां पिछले महीनेभर में कुल 70 केस सामने आए हैं। उदयपुर में 30, डूंगरपुर में 8, बारां में 6, प्रतापगढ़ में 4, चित्तौड़गढ़ में 2 और सवाई माधोपुर, हनुमानगढ़ व नागौर में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिला है। चिकित्सा विभाग के यह आंकड़े न केवल राजस्थान सरकार बल्कि चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की अगुवाई वाले चिकित्सा विभाग के चलाए जा रहे सघन अभियान पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
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