महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जयंती के पूर्व जारी आंकड़ों के अनुसार शौचालय निर्माण के मामलें में जयपुर देशभर में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। जयपुर से आगे पश्चिम बंगाल के दो जिलें हैं। 3 साल पहले शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रदेश को पूरी तरह से शौच मुक्त ओडीएफ बनाना था। साथ ही देशभर में शौचालय निर्माण करा कर देश को खुले में शौच से मुक्त करने लक्ष्य था। बता दें यह अभियान 2013-14 में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर शुरू किया गया था। जयपुर जिले में इस अभियान के तहत अब तक 5 लाख 40 हजार 785 शौचालयों का निर्माण कराया गया है। प्रदेश के कई जिले अब तक पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त ओडीएफ भी हो चुके हैं।
राज्य के इन जिलों को मिला लक्ष्य: जानकारी के अनुसार, राजस्थान में भरतपुर जिले में 2 लाख 89 हजार 714, डूंगरपुर में 2 लाख 85 हजार 95, टोंक 2 लाख 8 हजार 21, बाड़मेर 3 लाख 59 हजार 670, जैसलमेर 56 हजार 594, चित्तौडगढ़ 2 लाख 2 हजार 887 का लक्ष्य दिया गया है।
जयपुर जिले का शानदार प्रदर्शन: देशभर में शौचालय निर्माण की योजना के साथ जिला प्रशासन के हाथों में इस अभियान की जिम्मेदारी थी। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जयपुर जिले में अब तक 5 लाख 40 हजार 785 शौचालयों का निर्माण किया गया है। जयपुर ने इतनी संख्या में शौचालयों का निर्माण करा कर देशभर में तीसरे स्थान प्राप्त किया है। जयपुर से आगे पंश्चिम बंगाल राज्य के परगना जिले में 5 लाख 98 हजार तथा मुर्शीदाबाद जिले में 5 लाख 95 हजार 728 शौचालयों का निर्माण हुआ है।
जयपुर के जिला कलक्टर के अनुसार जयपुर जिले ने एक बार फिर 2017-18 में अब तक की उपलब्धि के आधार पर पूरे देश में ग्रामीण क्षेत्र में कुल व्यक्ति गत शौचालयों के निर्माण की दृष्टि से उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। और चालू वित्तीय वर्ष के पहले 6 माह में सबसे ज्यादा शौचालयों के निर्माण करने वाले जिलों में शामिल जयपुर 1 लाख 17 हजार 785 शौचालयों का निमार्ण करा चुका है।