राजस्थान सरकार की कृषि विकास एवं कृषक हितकारी योजनाओं ने किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ देकर विकास की मुख्य धारा में लाने की दिशा में उल्लेखनीय भूमिका अदा की है। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में भी कृषि विभाग द्वारा कृषक कल्याण एवं कृषि विकास की दिशा में सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं और इससे किसानों की जिन्दगी संवरती दिख रही है। माण्डलगढ़ पंचायत समिति की महिला कृषकों की तकदीर और उनके खेतों की तस्वीर पूरी से बदल चुकी है। ऐसी ही एक कहानी है प्रेम देवी मीणा की जो एक महिला कृषक हैं। प्रेम देवी केकड़ी में रहती हैं लेकिन उनके खेत माण्डलगढ़ पंचायत समिति अन्तर्गत गेणोली ग्राम पंचायत के कुण्डालिया गांव में हैं। उनकी जिंदगी भी वसुंधरा राजे की बीजेपी राजस्थान सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की बदौलत आज काफी अच्छे से बीत रही है।
प्रेम देवी ने 3 साल पहले गेणोली गांव में खेती-बाड़ी के इरादे से कृषि भूमि खरीदी थी लेकिन सिंचाई के अभाव में खरीफ की फसलें नहीं बो पा रहे थे। ऐसे में उनके पति मोहनलाल मीणा ने कृषि विभाग से संपर्क कर अपनी समस्या के बारे में कृषि विभाग के अधिकारी (फसल) महेश कुमार कुमावत (कोटड़ी) से चर्चा की। इसके बाद कुमावत ने खेत में सिंचाई सुविधा के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत आवेदन कराया। यह कार्य चालु वित्तीय वर्ष 2017-18 में स्वीकृत हुआ। कृषि पर्यवेक्षक नंदलाल सेन की देखरेख में कार्य संपादित हुआ।
इस फॉर्म पौण्ड के निर्माण में 1.20 लाख रुपए की लागत आई जिसकी आधी राशि यानि 52.5 हजार रूपए का अनुदान कृषि विभाग से प्राप्त हुआ। फॉर्म पौण्ड बनते ही इसमें पानी भरना आरंभ हो गया। पूरा भर जाने के बाद खेत में खरीफ में जीवनरक्षक सिंचाई दी गई व रबी के लिए 8 बीघा में गेहूं की बुवाई की गई। अब महिला काश्तकार प्रेम देवी का कहना है कि राजस्थान सरकार की कृषि योजनाओं की मदद से तैयार फार्म पौण्ड (खेत तलाई) निर्माण से वह बेहद खुश है तथा उसे लगता है कि उसके खेत में लहलहाने वाली फसलें अब खलिहान भरने और समृद्धि देने का आनंद देगी।
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