आज सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया गांव में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध पर ‘स्टैच्यू आॅफ यूनिटी’ का लोकार्पण किया। यह सरदार पटेल की प्रतिमा है जिसे विश्व में सबसे बड़ी प्रतिमा होने का गौरव प्राप्त हुआ है। इसकी ऊंचाई 182 मीटर है जो अमेरिका के ‘स्टैच्यू आॅफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची है। इसी बीच जयपुर के एक मिनिएचर आर्टिस्ट ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की सबसे छोटी मूर्ति बनाने का कारनामा किया है।
इस कलाकार का नाम है नवरत्न प्रजापति, जिन्होंने पेंसिल की नोक पर स्टैच्यू आॅफ यूनिटी की तर्ज पर इस मूर्ति को बनाई है। इस मूर्ति की ऊंचाई मात्र 1.4 सेंटीमीटर है। नवरत्न एक मूर्तिकार हैं और अपने परिवार के साथ परंपरागत मूर्तियां बनाने का व्यवसाय संभालते हैं।
फिर से अपने एक नायाब कारनामे पर बात करते हुए नवरत्न बताते हैं कि उन्हें यह कलाकृति बनाने में दो दिन का समय लगा। इस प्रतिमा को बनाते समय कई बार पेंसिल की नोक टूट गई लेकिन आखिरकार पूर्ण सफलता उनके हाथ लग ही गई। इसी के साथ उनके हाथों से तराशी गई दुनिया की सबसे छोटी स्टैच्यू आॅफ यूनिटी एक ओर प्रतिमा विश्व रिकॉर्ड बना गई।
बता दें, नवरत्न प्रजापति प्रदेश के लिए कोई नया नाम नहीं है। यह वही कलाकार है जिसने चने की दाल के दाने पर मोटरसाइकिल उकेरी थी। नवरत्न का नाम लिंबा रिकॉर्ड, गिनीज रिकॉर्ड और यूनिक वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। नवरत्न कई स्तरों पर इस तरह के कई अवॉर्ड जीत चुके हैं। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित अन्य कई प्रतिष्ठित लोगों ने उनके कार्य की सराहना की है।
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