जयपुर। राजस्थान में बीते करीब 10 दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी और उमस का सितम जारी है। दिन में जहां सूर्य की तपिश लोगों को जमकर सता रही है तो वहीं रात की उमस भी लोगों के पसीने छुड़ा रही है। शनिवार को राजस्थान में पारा 47 डिग्री को पार कर चुका है। तेज गर्मी से तप रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। इस बार मानसून समय से पहले आने की संभावना है। मौसम केन्द्र दिल्ली ने भारत में दक्षिणी पश्चिमी मानसून के केरल में आने की संभावित तारीख घोषित कर दी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है। संभावना है कि राजस्थान में मानसून समय से एक हफ्ता पहले 16 से 18 जून के बीच आ सकता है।
13 जिलों में तापमान 47 डिग्री
बीते 24 घंटों में प्रदेश के 13 जिलों में जहां रात का तापमान 47 डिग्री के पार दर्ज किया गया तो वहीं करीब सभी जिलों में रात तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच चुका है। बीते 24 घण्टों में श्रीगंगानगर में 48.1 डिग्री के साथ सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया तो वहीं रात का तापमान भी प्रदेश के करीब सभी जिलों में 47 डिग्री के पार पहुंच चुका है। बीती रात 34.8 डिग्री के साथ फलौदी में सबसे गर्म रात दर्ज की गई।
बांसवाड़ा, डूंगरपुर के रास्ते होता है प्रवेश
राजस्थान में मानसून की एंट्री डूंगरपुर, बांसवाड़ा के रास्ते होती है। साल 2021 में बांसवाड़ा के रास्ते मानसून 18 जून को प्रवेश किया था, जो सामान्य तारीख 25 जून से एक सप्ताह पहले आ गया था। राजस्थान के लगभग सभी शहरों में मानसून तय समय से एक सप्ताह पहले ही डेरा डाल सकता है।
इस बार सामान्य रहेगी बारिश
मौसम विभाग ने इस साल के मानसून सीजन (जून से सितंबर) में सामान्य बारिश (96-104 फीसदी) होने की संभावना जताई है। राजस्थान में 4 महीने के सीजन में औसत बरसात 415MM होती है। पिछले साल औसत बरसात 485.30MM हुई थी, जो सामान्य से 17 फीसदी ज्यादा थी। इस बार मौसम विभाग ने राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से के बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर और चूरू बेल्ट में बारिश सामान्य से कम होने, जबकि दक्षिण-पूर्वी हिस्से के कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं, जयपुर, दौसा, धौलपुर, बारां, बूंदी, टोंक, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर में सामान्य से थोड़ी अधिक होने की संभावना है।