जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय में नवीन कार्डियक कैथ लैब का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अधिकारियों और कार्यरत कर्मचारियों को एसएमएस अस्पताल के मुख्य भवन एवं ट्रोमा सेंटर को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे भूमिगत मार्ग का काम शीघ्र पूरा कर इसे चालू करने के निर्देश दिए। इस मार्ग की डेडलाइन जून, 2018 तय की गई थी और कार्य प्रगति पर है। इससे पहले एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य यूएस अग्रवाल ने एसएमएस अस्पताल के विकास एवं उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। एसआर गोयल सेटेलाइट अस्पताल के अधीक्षक जगदीश सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को नागरमल पिस्ता देवी अग्रवाल चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष नागरमल अग्रवाल ने भी संबोधित किया।
एसएमएस देशभर में चिकित्सा का प्रमुख केन्द्र
उन्होंने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश का सवाई मानसिंह अस्पताल अब पूरे देश में चिकित्सा का प्रमुख केंद्र बन गया है। दूर-दूर से लोग यहां इलाज करवाने आते हैं। इस अस्पताल को यहां तक पहुंचाने में भामाशाहों एवं चिकित्सकों का बड़ा योगदान है। राज्य सरकार ने एसएमएस अस्पताल पर मरीजों का दबाव कम करने के लिए जयपुर के अन्य राजकीय अस्पतालों का भी आधुनिकीकरण कर वहां सुविधाओं का विस्तार किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एसएमएस अस्पताल में न्यू हार्ट रिप्लेसमेंट सर्जरी भी जल्द शुरू होगी। साथ ही यह भी कहा कि कहा कि सवाई मानसिंह अस्पताल में आधुनिक कैंसर सेंटर तथा स्टेट स्पाइनल इंजरी सेंटर की जल्द शुरूआत के बाद कैंसर सेंटर में अत्याधुनिक लीनियर एक्सलरेशन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
मुफ्त इलाज पर 6 गुना किया खर्च
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पिछली सरकार ने मुफ्त दवा योजना पर केवल 300 करोड़ रूपए खर्च किए, जबकि हमारी सरकार ने इसके लिए 500 करोड़ रूपए का बजट तो दिया ही, भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में अब तक 1300 करोड़ रूपए से आमजन को उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं निशुल्क उपलब्ध करवाई। लोगों के निशुल्क इलाज पर 1800 करोड़ रूपए खर्च किए, जबकि पिछली सरकार ने केवल 300 करोड़ रूपए खर्च किए।
आदर्श पीएचसी में बढ़ा 26 प्रतिशत आउटडोर
इस मौके पर संबोधित करते हुए चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि राज्य सरकार ने बिना किसी भेदभाव के प्रदेश के सभी इलाकों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई है। सभी 295 ब्लॉक्स में आदर्श पीएचसी स्थापित की गई हैं। इससे इन पीएचसी में 26 प्रतिशत आउटडोर बढ़ा है। इसे देखते हुए अब 600 और पीएचसी को आदर्श बनाने का निर्णय लिया है। शहरों में भी नई पीएचसी और सीएचसी खोली जाएंगी।
सेटेलाइट के सुविधा विस्तार से एसएमएस पर भार कम होगा
स्थानीय विधायक और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि एसआर गोयल सेटेलाइट अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार से आस-पास के क्षेत्र के लोगों को तो इसका लाभ मिलेगा ही, एसएमएस अस्पताल पर भी मरीजों का भार कम होगा।
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