सीकर के नागवा गांव में बदमाशों द्वारा दुल्हन के अपहरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सरेआम हुई इस घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस द्वारा दुल्हन को ढूंढने में असफल रहने पर राजपूत समाज सड़कों पर उतर आया है। राजपूत समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने भारी जाब्ता तैनात कर बेरिकेडिंग लगा दिए। उदयपुरवाटी विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा और राष्ट्रीय राजपूत करणी के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने उग्र प्रदर्शन कर कलक्टर आवास में घुसने की धमकी दी तो पुलिस सकते में आ गई और एडीएम व एएसपी समझाइश के लिए पहुंचे।
कलक्टर आवास के सामने 6 घंटे रास्ता जाम करने के बाद राजपूत समाज ने प्रशासन को 3 दिन में दुल्हन के नहीं मिलने पर बड़ा विरोध-प्रदर्शन करने की बात कही। शाम करीब 4.30 बजे आंदोलनकारी जैसे-तैसे रास्ते से हटे। गौरतलब है कि मंगलवार देर रात शादी के फेरे लेने के बाद ससुराल जा रही नव विवाहिता को कुछ बदमाशों ने बीच रास्ते से अगवा कर लिया और कार में सवार दुल्हे व अन्य लोगों के साथ मारपीट की थी। जिसके बाद से ही राजपूत समाज में आक्रोश है और विधायक राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने खुद पर पेट्रोल पर डालकर आत्मदाह का प्रयास भी किया था।
गहलोत सरकार में अपराधियों के हौसलें बुलंद
प्रदेश की पुख्ता कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोल रही इस घटना के बाद कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा ने भी आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। पूर्व मंत्री व विधायक कालीचरण सराफ ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में इस तरह की खौफनाक घटनाएं आम हो चुकी है। राज्य में अपराधियों को कानून व्यवस्था का बिल्कुल भी भय नहीं है। लोकसभा चुनाव से पहले दुल्हन का नहीं मिलना कांग्रेस सरकार के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है।