जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सैकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा ग्रुप सी का पेपर उदयपुर में लीक होने के बाद हर दिन पुलिस नए खुलासे कर रही है। अब पुलिस ने इस लीक कांड के मास्टरमाइंड माने जा रहे भूपेंद्र सरन की प्रेमिका और पत्नी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी के घरों से बड़ी मात्रा में अलग-अलग यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां पाई गई हैं।
उदयपुर और जयपुर पुलिस की जॉइंट टीम का गठन
पुलिस ने लीक मामले में फरार चल रहे मास्टरमाइंड सुरेश ढाका और भूपेन्द्र सारण की गिरफ्तारी के लिए उदयपुर और जयपुर पुलिस की एक जॉइंट टीम का गठन किया है। वहीं गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थियों ने पूछताछ में बताया है कि वह पेपर लीक के आरोपियों को नहीं जनती हैं और उन्हें पेपर के बारे में उनके रिश्तेदारों ने बताया था.
गर्लफ्रेंड के घर से मिली चौंकाने वाली चीजें
जयपुर कमिश्नरेट कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे ही टीम को भूपेंद्र के घर की जानकारी मिली तो पुलिस ने करनी विहार और मानसरोवर में दबिश दी। और उसके गर्लफ्रेंड और पत्नी जिस मकान में रह रही थी वहां सर्च किया तो फर्जी मार्कशीट और कई डिग्रियां बरामद की। इनमें राजस्थान ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की भी कई फर्जी यूनिवर्सिटी के डिग्री और मार्कशीट मिले हैं।
मोटे दाम में बेचते थे फर्जी मार्कशीट
भूपेंद्र सारण मोटे दाम लेकर इन फर्जी मार्कशीट को बेचता था। पुलिस ने भूपेंद्र के गर्लफ्रेंड प्रियंका के घर पर सर्च किया तो सबसे ज्यादा मार्कशीट वहां से मिली। ऐसे में पुलिस ने जब पूछताछ की तो सामने आया कि केंद्र के भाई गोपाल ने यह सभी मार्कशीट वहां रखी हुई थी। फिलहाल पुलिस लगातार इस मामले में सर्च कर रही है। कई चौंकाने वाले खुलासे और हो सकते हैं।
भूपेंद्र ने वॉट्सऐप पर भेजा था पेपर
पुलिस रिमांड पर चल रहे पेपर लीक के आरोपी सुरेश बिश्नाई ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उसका साथी भूपेंद्र सारण ही हर परीक्षा से पहले उसे पेपर वॉट्सऐप पर भेजा करता था। वहीं सुरेश ने कहा कि भूपेंद्र के पास पेपर कहां से आया था और किसने उसे भेजा था इस बारे में उसे जानकारी नहीं है।
पेपर आउट के मामले में जेल जा चुका है भूपेंद्र सारण
आपको बता दें कि भूपेंद्र जयपुर में रेलवे की नौकरी कर रहा था। साल 2011 में सबसे पहले जीएनएम भर्ती पेपर आउट होने पर उसका नाम सामने आया था। इसके बाद लंबे समय से फरार चलने के बाद उसको गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था जहां जेल से बाहर आने के बाद वह 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक में भी शामिल रहा।