राजस्थान की भव्य विरासत और श्रेष्ठ संस्कृति को दिखाता रणकपुर महोत्सव 21 दिसम्बर से शुरु हो रहा है। ‘मंदिरों के शहर’ के रूप में जाना जाने वाला रणकपुर शहर राजस्थान के पाली जिले में स्थित है। यह शहर अरावली के पर्वतों के जंगलों की तलहटी है। दो दिवसीय यह महोत्सव हर वर्ष 21 एवं 22 दिसम्बर को एक ही समान तारीख पर भव्य तरीके से राजस्थान पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित किया जाता रहा है। संगीत, रंग-बिरंगे सांस्कृतिक मनोहारी कार्यक्रम और हरे-भरे परिवेश के सुखदायक और मोहक सौंदर्य की जीती जागती मिशाल को दर्शाता है रणकपुर महोत्सव। रणकपुर महोत्सव राजस्थान के सबसे लोकप्रिय त्यौहारों में से एक है। इस शहर का जो सबसे आकर्षण का केन्द्र है वो है संगमरमर से बना हुआ जैन मंदिर और बहुत पुराना सूर्य मंदिर।
रणकपुर महोत्सव राजस्थान के सबसे लोकप्रिय त्यौहारों में से एक है। इस शहर का जो सबसे आकर्षण का केन्द्र है वो है संगमरमर से बना हुआ जैन मंदिर और बहुत पुराना सूर्य मंदिर।
रणकपुर महोत्सव की रंगीन आभा देश-विदेश के कोनें-कोने से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इस महोत्सव में कई रोमांचक गतिविधिया, प्रतियोगिताओं और स्वीप-स्टेक्स आदि का आयोजन किया जाता है। इनमें रस्साकसी, मूंछें, पगड़ी बांधना सहित ऐसी गतिविधिया होती है जो हमें वास्तव में आनंद, खुशी और हंसी से भर देती हैं। योग, गर्म हवा के गुब्बारे, सुंदर सजावट, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सूर्य मंदिर में खुला अखाड़ा सहित कई मजेदार गतिविधियों और हर शाम को आकर्षक लोक और शास्त्रीय कार्यक्रम यहां के माहौल को बेहद खुशनुमा बना देते हैं।
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यहां आतिबाजी से चमकते हुए आसमान के नीचे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत होती है। वहीं ओपन एयर थिएटर में याद रखने वाला लोक संगीत और नृत्य का प्रदर्शन एक जीवंत मंच में बदल जाता है। यहां कालबेलियो द्वारा राजस्थानी परंपरा की आकर्षक रंगीन पोशका और उनका ऊर्जा भरा नृत्य देखने वालों की भीड़ के मन में एक अलग ही छाप छोड़ देता हैं। वहीं मयूर डांस और राधा-कृष्ण के प्रेम और स्नेह को दर्शाता है जिसे देखकर पर्यटक एक अलग ही आध्यत्मिक अनुभव से जुड़ जाते हैं। यहां के प्रतिष्ठित शास्त्रीय नतृकियों, कार्नाटिक संगीतकार और लोक कलाकारों की प्रस्तुतिया, समृद्ध भारतीय संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि, गहराई, प्रदर्शन और पृष्ठशैली को पुन: जीवंत कर देता है और हमेशा चलने वाली इस अनोखी यात्रा का महत्वपूर्ण अंत हो जाता है।
इस तरह पहुंचे रणकपुर
- हवाई यात्रा: हवाई यात्रा से यहां पहुंचा जा सकता है। यहां से उदयपुर का डबोक एयरपोर्ट 68 कि.मी दूर मौजूद है।
- ट्रेन यात्रा: यहां ट्रेन से भी पहुंचा जा सकता है। यहां फालना रेलवे स्टेशन का निकटतम स्टेशन है जिसकी रणकपुर से दूरी महज 27 कि.मी. है।
- सड़क यात्रा: यहां का निकटतम बस स्टैंड सांडेराव बस स्टेशन है जहां से सडक़ मार्ग से रणकपुर पहुंचा जा सकता है। यह बस स्टेशन रणकपुर से 46 कि.मी दूर है।
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