जयपुर। चूरू के राजगढ़ थानाधिकारी पुलिस निरीक्षक विष्णुदत्त विश्नोई ने तनाव में आकर आत्महत्या के मामले में अब नया मोड़ आया गया है। रविवार को इस थाने के एएसआई से लेकर सिपाही तक 60 पुलिसकर्मियों ने आईजी को पत्र लिखकर तबादले की मांग कर दी। पत्र में कहा गया है कि विधायक और उनके कार्यकर्ता रोज छोटी-छोटी बातों को लेकर उच्चाधिकारियों से झूठी शिकायत करते हैं। हाल ही हैड कांस्टेबल सज्जन, इंद्र, कांस्टेबल मनोज व राजेश को झूठी शिकायत के चलते पुलिस लाइन में लगाया गया। एसएचओ के साथ हुई घटना के बाद वे सभी भयभीत हैं, उनका मनोबल टूट गया है।
विष्णुदत्त के भाई ने दर्ज कराया केस, कहा- सुसाइड के लिए उकसाया गया
थानाधिकारी विष्णुदत्त के छोटे भाई संदीप ने केस दर्ज कराया है। उन्होंने कहा गया है कि विष्णुदत्त ने अत्यधिक दबाव में यह कदम उठाया। उन्होंने थाने के रोजनामचा में इस बारे में कई रपटें भी डाली थी। उन पर अनुचित दबाव डालकर किसी व्यक्ति ने आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया। बिश्नोई का श्रीगंगानगर के लूणेवाला गांव में रविवार दाेपहर 3 बजे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया।
भाजपा व बसपा नेता ने की सीबीआई जांच की मांग
थानाधिकारी बिश्नोई के आत्महत्या के मामले को लेकर शनिवार रातभर उनके परिजन, भाजपा के सांसद राहुल कस्वा, पूर्व सांसद रामसिंह कस्वा, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के अलावा बसपा के मनोज न्यांगली आदि जनप्रतिनिधियों की पुलिस प्रशासन के से वार्ता चलती रही। सुबह पांच बजे वार्ता में आत्महत्या के मामले की न्यायिक जांच व आश्रित को नौकरी देने की बात पर सहमति होने पर शव का रेफरल अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ। इससे पहले भाजपा व बसपा नेता व बिश्नाेई के परिजन मामले की जांच सीबीआई से कराने पर अड़े हुए थे और थाने के आगे धरने पर बैठे हुए थे। उधर, अखिल भारतीय बिश्नाेई महासभा के अध्यक्ष हीराराम भंवाल ने मुख्यमंत्री काे पत्र लिखकर मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।
थाना निर्माण को जुटाए गए पैसों पर विवाद
थाना प्रभारी की परिचित से वाट्सएप चैट वायरल हाे रही है। इसमें लिखा है-एमएलए बकवास है। मैंने थाने की नई बिल्डिंग बनवाई। इसमें 41 लाख रु. लगे। एमएलए बाेल रही हैं कि 5 कराेड़ जुटाए। डेढ़ कराेड़ बिल्डिंग में लगे, 3.5 कराेड़ रु. मैं खा गया। मैंने आज तक एक रुपए रिश्वत नहीं ली। बता दें कि बिश्नोई की गिनती काबिल व दबंग अफसर के रूप में होती थी।
माता-पिता को लिखा नोट
आत्महत्या करने से पहले विष्णुदत्त ने 2 सुसाइड नोट लिखे थे। पुलिस ने उसके दोनों सुसाइड नोट्स को सार्वजनिक कर दिया है। परम आदरणीय मां पापा मैं आपका गुनहगार हूं। इस उम्र में दुख देकर जा रहा हूं। उमेश मन्कू और लक्की मेरे पास कोई शब्द नहीं है। आपको बीच मझधार में छोड़ कर जा रहा हूं। पता है यह कायरों का काम है, बहुत कोशिश की खुद को संभालने की पर शायद गुरु महाराज ने इतनी सांसें दी थी। उमेश दोनों बच्चों के लिए मेरा सपना पूरा करना। संदीप भाई पूरे परिवार को संभाल लेना प्लीज, मैं खुद गुनहगार हूं आप सबका। मेरे चारों तरफ इतना प्रेशर बना दिया गया कि मैं तनाव नहीं झेल पाया। मैंने अंतिम सांस तक मेरा सर्वोत्तम देने का राजस्थान पुलिस को प्रयास किया। निवेदन है किसी को परेशान नहीं किया जाए।