जयपुर। राजस्थान में जिस तरह मानसून की एंट्री हुई है उसी प्रकार विदाई हो गई है। इस वर्ष प्रदेश के कई जिलों में जमकर बारिश हुई। वहीं, अक्टूबर में मानसून की विदाई ने भी पिछले 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। नतीजा रहा कि अच्छी बारिश की वजह से प्रदेश में सर्दी की एंट्री भी 10 दिन पहले हुई है। मौसम विभाग के अनुसार इस साल कड़ाके की सर्दी होगी और दिसंबर में तापमान माइनस में जा सकता है। दरअसल, इस साल अक्टूबर के शुरूआती पहले सप्ताह में राज्य के कई शहरों में पारा 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया, जो अमूमन 13 या 15 अक्टूबर बाद जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो इस समय जहां वातावरण में मॉइश्चर (नमी) लेवल अच्छा होगा वहां ठंडक का एहसास ज्यादा होगा। राजस्थान में सर्दी की दस्तक भी 10 दिन पहले हुई है।

मॉइश्चर लेवल 80 फीसदी से ऊपर
मौसम केन्द्र से रिपोर्ट देखें तो वर्तमान में अब भी कई शहर ऐसे है जहां मॉइश्चर लेवल 80 फीसदी से ऊपर बना हुआ है। लंबे समय तक चले बारिश के दौर के कारण इस बार वातावरण में मॉइश्चर लेवल अच्छा बना हुआ है, जिसके कारण इस बार ठंडक का समय से पहले असर दिखने लगा है।

शेखावाटी में 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा पारा
चित्तौड़गढ़, सीकर, भीलवाड़ा, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, उदयपुर, पिलानी ऐसे शहर है जहां पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने लगा है। शेखावाटी बेल्ट में तो तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नजदीक पहुंच गया है। सीकर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़ बेल्ट में तो सुबह-सुबह हल्का कोहरा भी छाने लगा है।

इस बार ठंड भी दिखाएगी असर
मौसम विभाग के एक्सपर्ट की माने तो ठंड का असर अब दिखने लगा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार ठंड अपना असर दिखाएगी। दिसंबर तक प्रदेश के शेखावाटी और सिरोही आदि जिले में तापमान माइनस में भी जा सकता है। वहीं, कोहरे की वजह से ठंड का असर भी बढ़ेगा। गौरतलब है कि दो दिनों में बीकानेर और शेखावाटी एरिया में कोहरा छाना शुरू हो गया था।

3 गुना ज्यादा हुई पोस्ट मानसून की बरसात
मौसम केन्द्र की रिपोर्ट देखे तो 13 अक्टूबर तक राज्य में औसत बरसात 31.4MM बरसात हो चुकी है, जो अक्टूबर के महीने में होने वाली औसत बरसात से 3 गुना ज्यादा है। ये पिछले 5 साल में अक्टूबर में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड है। सामान्यत: राजस्थान मानसून के विदा होने के बाद अक्टूबर के महीने में औसतन 10.9MM बरसात होती है। इस बार अक्टूबर में अब तक सामान्य से 443 फीसदी ज्यादा बरसात हुई है। सबसे ज्यादा बरसात करौली जिले में हुई जहां 170.8MM बरसात हुई, जो औसत बरसात 6.8MM से कई गुना अधिक है, जबकि बाड़मेर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और जैसलमेर जिले ऐसे है जहां अब तक इस महीने में बिल्कुल बारिश नहीं हुई।