दिसंबर में होने जा रहे राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार मतदाताओं को वोटिंग के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। इस बार लंबी लाइन में लगे बिना ही वोट डालने की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी सरकार और राज्य चुनाव आयोग ने कर ली है। इसके लिए क्यू-लेस वोटिंग का प्रयोग किया जाएगा। क्यू-लेस वोटिंग के लिए मतदाताओं को नंबरों वाला टोकन जारी किया जाएगा। सरकार की ओर से वोट डालने के लिए नंबर आने तक मतदाताओं के बैठने के लिए टेंट या अन्य छायादार व्यवस्था की जाएगी, जहां बैठकर वो अपनी बारी का इंतजार कर सकेंगे। साथ ही मतदान केन्द्रों पर छोटे बच्चों को दूध पिलाने के लिए माताओं, प्रसूताओं और वरिष्ठजनों को कतार और टोकन से अलग रखते हुए प्राथमिकता से वोट दिलाने की व्यवस्था की जाएगी।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तर्ज पर क्यू-लेस वोटिंग का प्रयोग किया जाएगा
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कर्नाटक चुनाव की तरह ही क्यू लेस वोटिंग का प्रयोग किया जाएगा। बता दें, राजस्थान से पहले कर्नाटक में क्यू लेस वोटिंग का प्रयोग हो चुका है। इसी को आधार बनाते हुए प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस व्यवस्था को लागू करने की कवायद हो चुकी है। हाल ही में चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने एक बैठक में क्यू लेस वोटिंग पर चर्चा करते हुए इसे लागू करने की सलाह दी। उन्होंने इसे कागजों तक ही सीमित नहीं रखने की भी हिदायत दी। इसी के अनुसार इस कार्ययोजना को मूर्त रूप से दे दिया गया है। चुनाव विभाग के उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद पारीक ने बताया कि नोडल अफसरों के लिए हुई वर्कशॉप में इस बारे में सभी को अवगत करा दिया गया है। इस पर होने वाले खर्च का आकलन किया जा रहा है।
प्रदेश के सभी 51,796 बूथों पर होगी टोकन व्यवस्था
राजस्थान के सभी 51,796 बूथों पर टोकन व्यवस्था होगी और प्रत्येक बूथ पर टेंट या छायादार व्यवस्था की जाएगी। बूथ पर आने वाले सभी मतदाताओं को वहां तैनात कर्मचारी टोकन जारी करेंगे। इन टोकन वाले मतदाताओं को पांच या दस के समूह में आवाज लगाकर वोट डालने के लिए बुलाया जाएगा। यह व्यवस्था इसी क्रम में आगे जारी रहेगी। छोटे बच्चों को दूध पिलाने वाली मां, प्रसूता और वरिष्ठजनों को लाइन में लगने या टोकन लेने की जरूरत नहीं होगी। उनको क्रम से अलग हटकर मतदान की सुविधा दी जाएगी। बड़े स्थानों पर महिलाओं के लिए अलग बूथ बनाने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों को पहले से निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
Read More: विधानसभा चुनाव: प्रदेश में 40 से अधिक नए दलों के अजब नाम-गजब निशान, आप भी जानिए..
प्रत्येक बूथ पर लगाए जाएंगे दो-दो वाॅलिंटियर
विधानसभा चुनावों के लिए प्रत्येक बूथ पर दो-दो वालिंटियर लगाए जाएंगे। ये वालिंटियर वरिष्ठजनों या विशेष योग्यजनों को मतदान केन्द्र में वोटिंग मशीन तक ले जाने आदि में मदद करेंगे। वालिंटियर एनसीसी कैडेट्स या स्काउट गाइड होंगे। अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं से भी इसके लिए सहयोग लिया जा सकता है। बता दें, राजस्थान समेत पांच राज्यों में 7 दिसंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। इन विधानसभा चुनावों के परिणाम एक साथ 11 दिसंबर को आएंगे।