राजस्थान पूरी तरह से स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुकी है। सर्दी बढ़ने के साथ ही यह बिमारी अधिक तेजी से बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को स्वाइन फ्लू के 61 नए मरीज मिले हैं। 2 की मौत हो गई है। इससे पूर्व शनिवार को 58 नए मरीज पाए गए थे जिनमें से 4 की जान गई। पिछले 6 दिनों में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 231 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज मिले। देखा जाए तो औसतन 38 मरीज। प्रदेशभर में अब तक 9 मौते भी हो चुकी हैं लेकिन इसके बाद भी विभाग दावा कर रहा है कि स्वाइन फ्लू पूरी तरह से नियंत्रण में है।
सबसे ज्यादा हालत खराब जोधपुर में है। यहां एक दिन पहले ही 3 महिलाओं की जान गई है जबकि रविवार को एक गर्भवती स्त्री ने दम तोड़ा। अब तक जोधपुर में 20, जयपुर में 14, उदयपुर में 5, दौसा में 3, अजमेर, नागौर, चूरू, पाली, बाड़मेर और कोटा में दो-दो तथा सीकर, टोंक, करौली, श्रीगंगानगर, अलवर एवं जैसलमेर में एक-एक पॉजिटिव मरीज मिला है।
प्रदेश के बिगड़ते हालातों पर चिंता जताते हुए राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि स्वाइन फ्लू गले तक पहुंच गया है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। खुद सीएम गहलोत के गृह जिले जोधपुर में इसके सर्वाधिक मरीज सामने आ रहे हैं। सैनी ने आयुर्वेद व होम्योपैथी पद्धति से भी इलाज उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।