राजस्थान में स्वाइन फ्लू तेजी से पैर पसारता जा रहा है। मरीजों के साथ साथ डॉक्टर भी इसकी चपेट में आ गए हैं। वहीं सूबे के सीएम अशोक गहलोत के क्षेत्र में हालत ज्यादा खराब नजर आ रहे हैं। जोधपुर में बुधवार को 22 और लोगों के स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। इनमें से 14 रोगी जोधपुर शहर के ही रहने वाले हैं। स्वाइन फ्लू से पहले ही शहर की एक कॉलोनी में चार लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार को एक और स्वाइन फ्लू पीड़ित महिला ने मथुरादास माथुर अस्पताल में दम तोड़ दिया है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और स्वास्थ्य चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा इसके समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए हैं।
हाल ही में बाड़मेर में स्वाइन फ्लू से हुई विवाहिता की मौत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह क्षेत्र जोधपुर में भी इसने पांव फैलाने शुरू कर दिए हैं। सरकार इसके लिए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है। स्वाइन फ्लू (Swine Flu) के बढ़ते कहर के बीच जयपुर में दो डॉक्टरों को स्वाइन फ्लू पॉजीटिव होने का मामला सामने आया है। स्वाइन फ्लू स्क्रीनिंग में लगे स्टाफ के अनुसार एक महिला चिकित्सक और एसएमएस की एक ट्रेनी डॉक्टर में स्वाइन फ़्लू की पुष्टि हुई है। लेकिन, इस बारे में स्वास्थ्य निदेशालय पूरी तरह से बेखबर है। जब प्रदेश के चिकित्सा निदेशक वी.के माथुर से इस बारे में पूछा गया तो वीके माथुर को मामले की जानकारी ही नहीं है। डॉक्टर पॉजिटिव है या नहीं इस बारे की ही जानकारी नहीं है। कोटा, जोधपुर और जयपुर में स्वाइन फ्लू से सबसे अधिक मौतें हुई है।
गौरतलब है कि साल के पहले दो दिन में ही स्वाइन फ्लू प्रदेश के 9 जिलों तक पहुंच गया है। जबकि 17 जिलों में इसके संदिग्ध मरीज पाए गए हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्द ही सरकार इसके समाधान के लिए कोई ठोस कदम उठाएगी।
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