जयपुर। अगर आप राजस्थान रोडवेज में सफर करने का विचार कर रहे हैं तो जरा विचार कर लें। सोमवार और मंगलवार को प्रदेश में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ग्राम विकास अधिकारी भर्ती यानी वीडीओ की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। गहलोत सरकार ने अभ्यर्थियों को चार दिन तक रोडवेज में निशुल्क यात्रा की सुविधा दी है। राजस्थान सरकार की यह सुविधा अब आम अभ्यर्थियों के लिए दुविधा में तब्दील हो गई है। जिसकी वजह से जयपुर में कड़कड़ाती ठंड में हजारों अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़ रहा है।
जानलेवा लापरवाही
राजस्थान में ओमिक्रॉन वेरीएंट की दहशत के बीच जिस तरह से रोडवेज में अभ्यर्थी ठसाठस भरकर आ जा रहे हैं वो जानलेवा साबित हो सकता है। इस परीक्षा में करीब 14.92 लाख परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। सरकार की लापरवाही की वजह से कुछ अभ्यर्थी निर्धारित वक्त तक परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच सके। वहीं कुछ ने आखरी वक्त में मजबूरन निजी बसों में सफर कर परीक्षा केंद्र पहुंचने की कोशिश की।
सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
राजस्थान रोडवेज की बसों में निशुल्क परिवहन की सुविधा के बाद बड़ी संख्या में छात्र निशुल्क यात्रा करना चाहते हैं। इस वजह से 52 सीटर बसों में 100 से ज्यादा छात्र बैठ गए। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ती नजर आई, लेकिन जब छात्र बस के अंदर नहीं बैठ पाए तो कुछ ने अपनी जान जोखिम में डालकर बस की छत पर बैठ गए।
बस स्टैंड पर जबर्दस्त भीड़
परीक्षा केन्द्रों पर आने और जाने के लिये अभ्यर्थियों की भीड़ टूटकर पड़ रही है। जयपुर में रोडवेज के अस्थायी बस स्टैंड पर अभ्यर्थियों की जबर्दस्त भीड़ हो रही है। खासतौर पर अजमेर रोड स्थित बदरवास बस स्टैंड पर ज्यादा भीड़ है। इस बस स्टैंड से अजमेर, जोधपुर और उदयपुर रूट की बसें संचालित हो रही है। रोडवेज बसों में परीक्षार्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर मुफ्त सफर कर सकते हैं।